बढ़ते दबाव के बीच Israel ने रोके हमले, Palestine के साथ Ceasefire पर बनी सहमति, दुनिया ने ली राहत की सांस
Advertisement

बढ़ते दबाव के बीच Israel ने रोके हमले, Palestine के साथ Ceasefire पर बनी सहमति, दुनिया ने ली राहत की सांस

इजरायल पर हमले रोकने के लिए लगातार दबाव बढ़ रहा था. यहां तक कि उसके सबसे घनिष्ठ सहयोगी अमेरिका ने भी हमास पर हमलों पर रोक लगाने की अपील की थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संघर्ष विराम की घोषणा से एक दिन पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात भी की थी.

 

दुनिया को उम्मीद है कि संघर्ष विराम के बाद अब ऐसे नजारे देखने को नहीं मिलेंगे (फाइल फोटो)

गाजा: इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के बीच आखिरकार संघर्ष विराम (Ceasefire) पर सहमति बन गई है. करीब 11 दिनों तक दोनों देशों में चले खूनी खेल के बाद सीजफायर की घोषणा पूरी दुनिया के लिए राहत की बात है. क्योंकि इस लड़ाई के विश्व युद्ध (World War) में बदलने की आशंका लगातार तेज होती जा रही थी. इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने गाजा पट्टी में 11 दिनों के सैन्य अभियान को रोकने के लिए संघर्ष विराम को मंजूरी दे दी है. 

  1. इस युद्ध के विश्व युद्ध में तब्दील होने की आशंका थी
  2. इजरायल को अमेरिका और फिलिस्तीन को तुर्की का है समर्थन
  3. दुनिया के कई देशों ने की थी संघर्ष विराम की अपील

इन Countries की एंट्री की आशंका थी
 

हमास के एक अधिकारी ने भी सीजफायर की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि यह संघर्ष विराम शुक्रवार तड़के 2 बजे से प्रभावी हो गया है. दो देशों की इस जंग में तुर्की, रूस और अमेरिका की प्रत्यक्ष एंट्री की संभावना काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से माना जा रहा था कि ये जंग वर्ल्ड वॉर का रूप ले सकती है. हाल ही में लेबनान की तरफ से भी इजरायल पर रॉकेट हमला किया गया था. 

ये भी पढ़ें -इजरायल को लेकर बाइडन का एक ही रुख: सार्वजनिक रूप से समर्थन, लेकिन निजी वार्ता में सख्ती

VIDEO

Joe Biden ने की थी Israel से बात
 

इजरायल पर हमले रोकने के लिए लगातार दबाव बढ़ रहा था. यहां तक कि उसके सबसे घनिष्ठ सहयोगी अमेरिका ने भी हमास पर हमलों पर रोक लगाने की अपील की थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संघर्ष विराम की घोषणा से एक दिन पहले बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी और उन्हें युद्ध बंद करने को कहा था. हालांकि, शुरुआत में इजरायल ने अमेरिकी अपील को नकारते हुए लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने की बात कही थी, लेकिन अब वो इसके लिए तैयार हो गया है.

58,000 को छोड़ना पड़ा अपना घर
 

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस युद्ध में अब तक 64 बच्चे और 38 महिलाओं सहित कम से कम 227 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,620 लोग घायल हुए हैं. वहीं, इस्लामिक जिहाद संगठन ने अपने 20 लड़ाकों के मारे जाने की बात कही है. इस युद्ध के चलते करीब 58,000 फिलिस्तीनी अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं. स्थानीय मीडिया के अनुसार, इजरायल के रक्षा अधिकारियों ने सरकार को बताया कि इजरायल ने फिलिस्तीनी आतंकी समूह के खिलाफ तटीय इलाके में सभी संभावित उपलब्धियों को हासिल कर लिया है.  

 

Trending news