एयर एशिया विमान हादसा: ब्लैक बॉक्स का पता लगाने में जुटे गोताखोर
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एयर एशिया विमान हादसा: ब्लैक बॉक्स का पता लगाने में जुटे गोताखोर

एयर एशिया के लापता विमान क्यूजेड 8501 के महत्वपूर्ण ब्लैक बॉक्स की खोज में, विमान के पिछले हिस्से तक पहुंचने के लिए जावा समुद्र की अंधकार भरी गहराइयों में उतर रहे गोताखोरों को गुरुवार को समुद्र की उग्र लहरों से जूझना पड़ा।

एयर एशिया विमान हादसा: ब्लैक बॉक्स का पता लगाने में जुटे गोताखोर

जकार्ता/सिंगापुर : एयर एशिया के लापता विमान क्यूजेड 8501 के महत्वपूर्ण ब्लैक बॉक्स की खोज में, विमान के पिछले हिस्से तक पहुंचने के लिए जावा समुद्र की अंधकार भरी गहराइयों में उतर रहे गोताखोरों को गुरुवार को समुद्र की उग्र लहरों से जूझना पड़ा।

कल खोजकर्ताओं को विमान का पिछला हिस्सा मिला था, जिसमें उड़ान का डाटा और ध्वनि रिकॉर्डर होते हैं। गोताखोरों को उस स्थान पर भेजा गया था और वे लहरों में घिर गए। हालांकि समुद्र तल पर नीचे, वे मलबे की तस्वीरें ले पाए। एक तस्वीर में धातु के किसी टुकड़े पर अंग्रेजी अक्षर ‘ए’ अंकित दिख रहा है। जिस स्थान पर विमान के पिछले हिस्से का पता चला है, वहां कम से कम छह पोत तैनात हैं। ये पोत पानी के नीचे मौजूद चीजों का पता लगाने के उपकरणों से लैस हैं।

इससे पहले सीटों और आपातकालीन द्वार जैसे विमान के छोटे हिस्से सतह से बरामद किए गए थे। उग्र लहरें और पानी में कम रोशनी के कारण अभियान बाधित होता रहा। खोज क्षेत्र के पास स्थित वायुसेना बेस के खोज एवं बचाव अभियान के समन्वयक सूर्यादि बी सुप्रियादि ने कहा कि इंडोनेशिया ओर फ्रांस के विशेषज्ञों के दल अब ऐसी तकनीक की तलाश में हैं, जिसके जरिए विमान के पिछले हिस्से में ब्लैक बॉक्स का पता लगाया जा सके और उसे निकाला जा सके। इंडोनेशियाई सशस्त्र बलों के कमांडर जनरल मोएलदोको दुर्घटनाग्रस्त विमान एयर एशिया के मलबे को निकालने के जोखिमपूर्ण कार्य के निरीक्षण के लिए खोज एवं बचाव अभियान के केंद्र पंगकलां बुन जा रहे हैं।

गत 28 दिसंबर को इंडोनेशिया के सुराबाया शहर से सिंगापुर के लिए दो घंटे की उड़ान पर निकला विमान एयरबस 320-200 उड़ान के 40 मिनट बाद बोरनेओ द्वीप के पास दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया था। खोज में लगे अधिकारियों ने कल इस बात की पुष्टि की थी कि विमान के पिछले हिस्से में एक सिगनल की पहचान की गई लेकिन गोताखोर दोबारा उस सिगनल का पता नहीं लगा पाए। अब तक 40 शव बरामद हो चुके हैं, लेकिन कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं मिला है। अधिकारियों का मानना है कि शेष शव विमान के अंदर फंसे हो सकते हैं। अब तक 24 लोगों की पहचान हो चुकी है जबकि 16 की पहचान का काम अभी भी जारी है। विमान का पिछला हिस्सा जिस स्थान पर पाया गया है, वह 10 दिन पहले विमान की अंतिम ज्ञात स्थिति से 30 किलोमीटर की दूरी पर है। विमान हादसे की जांच के दौरान ब्लैक बॉक्स को साक्ष्यों का प्रमुख स्रोत माना जाता है क्योंकि यह हवा में विमान की गति से लेकर लैंडिंग गियर की स्थिति और विमान चालक की बातचीत से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराता है।

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