बांग्लादेश ने ‘आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कांफ्रेंस’ (ओआईसी) के चार्टर को नया रूप देने का प्रस्ताव किया है, ताकि भारत जैसे गैर मुस्लिम देशों को इसमें पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल किया जा सके.
Trending Photos
ढाका: बांग्लादेश ने ‘आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कांफ्रेंस’ (ओआईसी) के चार्टर को नया रूप देने का प्रस्ताव किया है, ताकि भारत जैसे गैर मुस्लिम देशों को इसमें पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल किया जा सके. गौरतलब है कि ओआईसी मुस्लिम बहुल 57 देशों का एक संगठन है. बांग्लादेश के विदेश मंत्री महमूद अली ने कहा कि ऐसे कई देश जो ओआईसी के सदस्य नहीं हैं, वहां काफी संख्या में मुसलमान भी नागरिक हैं. इसलिए उन गैर ओआईसी देशों के साथ संपर्क बनाने की जरूरत है.
ओआईसी के सदस्य देशों के उनके समकक्ष मंत्री ढाका में इसकी सालाना परिषद ( विदेश मंत्रियों की परिषद ) में शामिल हुए, जहां अली ने यह कहा. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि मुस्लिम आबादी का एक बड़ा हिस्सा ओआईसी के अच्छे कार्यों से अछूता नहीं रहे और यही कारण है कि ओआईसी में सुधार करने और उसे नया रूप देने की जरूरत है. अली ने कहा कि उन देशों में मुसलमान अल्पसंख्यक हो सकते हैं लेकिन वे कई ओआईसी सदस्य देशों की कुल आबादी से अधिक होंगे. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कल बैठक का उद्घाटन किया.
यह भी पढ़ें- सरकारी नौकरियों से बांग्लादेश ने हटाया आरक्षण, विरोध-प्रदर्शन के बाद हसीना सरकार का फैसला
अधिकारियों और विशेषज्ञों ने कहा कि यह प्रस्ताव मुख्य रूप से भारत के लिए है जहां इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा धर्म है और वहां इस समुदाय की विश्व की लगभग 10 फीसदी आबादी रहती है. हालांकि, कई ओआईसी देशों और संगठन के महासचिव ने इस प्रस्ताव की सराहना की है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे पाकिस्तान के विरोध का सामना करना पड़ सकता है, जिसने भारत को इसमें शामिल किए जाने का पहले भी विरोध किया है.
इनपुट भाषा से भी