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वॉशिंगटन: अफगानिस्तान (Afghanistan) के हाल के लिए दुनिया के कई देशों के साथ-साथ खुद अमेरिकी भी अपने राष्ट्रपति को कुसूरवार मानते हैं. जो बाइडेन (Joe Biden) के सेना वापसी के फैसले के बाद तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया और आम जनता को उसका खामियाजा भुगतना पड़ा. इस फैसले के लिए बाइडेन को निशाना बनाने का एक अभियान अमेरिका (America) में शुरू हुआ है. इस अभियान के तहत राष्ट्रपति को तालिबानी आतंकी के तौर पर दिखाने वाले बिलबोर्ड लगाए गए हैं. जिस पर लिखा है, ‘मेकिंग द तालिबान ग्रेट अगेन’.
‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पेंसिल्वेनिया के पूर्व सीनेटर स्कॉट वैगनर (Scott Wagner) ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के खिलाफ ये कैंपेन शुरू किया है. उनका कहना है कि बाइडेन के एक फैसले की वजह से पूरी दुनिया के सामने अमेरिका को शर्मिंदगी उठानी पड़ी, उसका मजाक उड़ा. दो महीने तक चलने वाले इस अभियान के तहत जगह-जगह बाइडेन को तालिबानी आतंकी दर्शाने वाले बिलबोर्ड लगाए गए हैं.
बिलबोर्ड पर लगी तस्वीर में बाइडेन तालिबानी गेटअप में हैं (Biden in Talibani Getup) और उनके हाथ में रॉकेट लांचर है. स्कॉट वैगनर ने यह दर्शाने का प्रयास किया है कि अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाकर राष्ट्रपति ने तालिबान की मदद की है. बिलबोर्ड पर ‘मेकिंग द तालिबान ग्रेट अगेन’, यानी तालिबान को फिर से महान बनाना भी लिखा हुआ है.
पूर्व सीनेटर स्कॉट वैगनर ने कहा, ‘तालिबानी खुलेआम कहते थे कि वो अमेरिका को अफगानिस्तान से बाहर कर देंगे और हमारे राष्ट्रपति की वजह से ये मुमकिन हो गया है. सेना वापसी के फैसले ने न केवल अफगान के लोगों से उनकी आजादी छीनी है. बल्कि पूरी दुनिया के सामने अमेरिका को भी हंसी का पात्र बना दिया है’. उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति को लगता है कि उनका निर्णय बहुत अच्छा था, लेकिन हकीकत ये है कि उनका फैसला बेहद खराब था.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अचानक ही अफगानिस्तान से अपनी सेना की वापसी का ऐलान कर दिया था. जो बाइडेन ने कहा था कि अफगान की सेना तालिबान का सामना करने में सक्षम है. हालांकि, चंद दिनों में ही तालिबान ने पूरी अफगानिस्तान पर कब्जा करके बाइडेन की बात को झूठा साबित कर दिया. इस फैसले को लेकर बाइडेन की जमकर आलोचना हुई. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अफगानिस्तान के हाल के लिए उन्हें दोषी माना. इसके बाद काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाके में अमेरिकी सैनिकों की मौत को लेकर भी बाइडेन लोगों के निशाने पर आए. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इससे बतौर राष्ट्रपति बाइडेन की छवि खराब हुई है.