काबुल एयरपोर्ट पर सीरियल बम ब्लास्ट, 13 अमेरिकी कमांडो समेत 64 की मौत
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काबुल एयरपोर्ट पर सीरियल बम ब्लास्ट, 13 अमेरिकी कमांडो समेत 64 की मौत

काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के बाहर हुए बम विस्फोट से 24 घंटे पहले ही अमेरिका ने आतंकी हमले की आशंका जताई थी और एडवाइजरी जारी कर अफगानिस्तान नें फंसे अपने सभी नागरिकों को जल्द से जल्द एयरपोर्ट से दूर होने को कहा था.

काबुल एयरपोर्ट के बाहर धमाके के बाद घायलों को अस्पताल ले जाते हुए लोग

काबुल: अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के पास सीरियल बम ब्लास्ट में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत कुल 64 लोग मारे गए है. तालिबान (Taliban) के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बम धमाके में 52 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है. भारत ने काबुल में हुए सीरियल बम धमाकों की कड़ी निंदा की है.

  1. Abbey Gate के पास हुआ हमला
  2. हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 64 की मौत
  3. अमेरिका ने दी थी अटैक की चेतावनी

Abbey Gate के पास हुआ हमला

अफगान मीडिया के मुताबिक पहले दोनों बम विस्फोट काबुल एयरपोर्ट के Abbey Gate के पास हुए. पेंटागन ने कहा है कि अफगानिस्तान में एक साल से अधिक के सबसे भीषण आतंकवादी हमलों में आईएसआईएस द्वारा काबुल हवाई अड्डे के बाहर किए गए हमले में 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए और 18 अन्य घायल हो गए.

ISIS-K ने किया बम ब्लास्ट?

अमेरिकन मीडिया के मुताबिक यह सुसाइड बॉम्बर अटैक था. इस अटैक के साथ ही Abbey Gate के पास गोलियां भी चलाई गई हैं. सूत्रों के मुताबिक ISIS-K आतंकी समूह ने काबुल एयरपोर्ट पर यह हमला किया है. इस घटना के बाद नीदरलैंड ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन को फिलहाल अस्थाई रूप से रोक दिया है. वहीं ब्रिटेन ने हालात की समीक्षा के लिए सीनियर मंत्रियों और अफसरों की आपात बैठक बुलाई है.  

काबुल एयरपोर्ट पर हुए इस बम ब्लास्ट का असर दुनियाभर में दिखाई दे रहा है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइजेन ने इजराइल के पीएम नेफ्ताली बेनेट के साथ अपनी मुलाकात स्थगति कर दी है और वे अपने रक्षा सलाहकारों के साथ हालात का जायजा ले रहे हैं. वहीं जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने इजराइल की यात्रा स्थगित करने की घोषणा की है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रां ने काबुल बम धमाकों के बाद अफगानिस्तान से अपने दूतावास को खाली करने की घोषणा की है. 

बताते चलें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक पिछले एक हफ्ते से जमे हुए हैं. लेकिन वीजा और पासपोर्ट न होने की वजह से उन्हें एयरपोर्ट के अंदर एंट्री नहीं मिल पा रही है. वहीं अब तालिबान ने भी घोषणा कर दी है कि किसी भी अफगान नागरिक को देश नहीं छोड़ने दिया जाएगा और उन्हें वापस अपने घरों को लौटना होगा. 

अमेरिका ने दी थी हमले की चेतावनी

काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए इस बम विस्फोट से 24 घंटे पहले ही अमेरिका ने वहां पर आतंकी हमले की आशंका जताई थी. अमेरिका ने 25 अगस्त को एडवाइजरी जारी कर अफगानिस्तान नें फंसे अपने सभी नागरिकों को जल्द से जल्द एयरपोर्ट से दूर होने को कहा था. अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा के बड़े खतरे हैं. इसलिए सभी अमेरिकन नागरिक तुरंत Abbey Gate से दूर हट जाएं.

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वहीं गुरुवार शाम को काबुल एयरपोर्ट के बाहर बम धमाके के बाद फ्रांस ने चेतावनी दी कि वहां पर और धमाके भी हो सकते हैं. अफगानिस्तान में तैनात फ्रांस के राजदूत ने कहा कि अफगानिस्तान के हालात चिंताजनक हैं. वहां पर दूसरा ब्लास्ट भी हो सकता है. उनकी चेतावनी के कुछ मिनटों के बाद ही एयरपोर्ट के बाहर दूसरा विस्फोट हो गया. 

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