कैदियों के लिए खुली स्मार्ट जेल, जिम से लेकर कंप्यूटर तक; बहुत कुछ है यहां
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कैदियों के लिए खुली स्मार्ट जेल, जिम से लेकर कंप्यूटर तक; बहुत कुछ है यहां

जेल के खौफनाक माहौल को दूर करने के लिए ब्रिटेन में पहली स्मार्ट जेल खोली गई है. इस जेल में जिम के साथ-साथ स्नूकर टेबल, टेबल टेनिस और कम्प्यूटर टैबलेट भी होंगे. सरकार को उम्मीद है कि इससे अपराध में कमी आएगी. 

सांकेतिक तस्वीर

लंदन: जेल (Prison) का नाम सुनते ही एक खौफनाक तस्वीर सामने आ जाती है, लेकिन ब्रिटेन (Britain) ने इस ‘तस्वीर’ को बदलने की दिशा में एक कदम उठाया है. ब्रिटेन में शुक्रवार को पहली स्मार्ट जेल (Britain's First Smart Prison) खोली गई, जिसे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ डिजाइन किया गया है. सरकार को उम्मीद है कि जेल का माहौल कैदियों को भविष्य में अपराध की दुनिया से नाता जोड़ने से रोकेगा.  

  1. ब्रिटेन की पहली स्मार्ट जेल तैयार
  2. अपराध में कमी आने की उम्मीद 
  3. 1,700 कैदियों को रखा जाएगा

कैदियों को कहा जाएगा ‘रहवासी’ 

मध्य इंग्लैंड के नॉर्थेंपटनशायर के वेलिंगबोरो में हर मजेस्टी कारावास ‘फाइव वेल्स’ (Her Majesty's Prison (HMP) Five Wells) की कोठरियों को अब 'कमरे' कहा जाएगा और इसमें रहने वाले कैदियों को पुनर्वास प्रक्रिया के तहत 'रहवासी' (Residents) पुकारा जाएगा. ऐसा इसलिए ताकि जेल की खौफनाक तस्वीर को बदला जा सके. इस कारावास में 1,700 कैदियों को रखा जा सकता है, यहां जिम के साथ-साथ स्नूकर टेबल, टेबल टेनिस और कम्प्यूटर टैबलेट भी होंगे.  

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जॉब ट्रेनिंग भी ले सकेंगे कैदी

ब्रिटेन के न्याय विभाग ने कहा कि यह देश की पहली जेल है, जिसमें कैदियों की रिहाई के बाद उन्हें शिक्षा, प्रशिक्षण प्रदान करने और रोजगार दिलाने का मकसद रखा गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के उपायों से अपराध कम होने और अपराधियों के रिहा होने के बाद उनके जुर्म की दुनिया में लौटने की आशंका कम रहेगी. विभाग ने बताया कि इस जेल में 24 वर्कशॉप्स और बड़ी संख्या में क्लासेस हैं, जिससे कैदी लर्निंग के साथ-साथ जॉब ट्रेनिंग में भी हिस्सा ले पाएंगे. 

ड्रग्स छुड़ाने के लिए भी प्रोग्राम 

UK's Department of Justice के मुताबिक, जेल इस मामले में भी स्मार्ट है कि कैसे यह मादक पदार्थों की लत वाले कैदियों को एक सामान्य जीवन जीने में मदद कर सकती है. 200 से अधिक कैदी 16 हफ्तों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, ताकि उन्हें ड्रग्स छोड़ने और स्थायी रूप से ठीक होने में मदद मिल सके. कैदियों को लगातार ये बताया जाएगा कि ड्रग्स की लत छोड़ने से उनके जीवन में क्या सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं.

 

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