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लंदन: द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के दौरान इस्तेमाल एक जंगी जहाज ब्रिटेन (Britain) में टेम्स नदी के नीचे दफन है. इस जहाज में करीब 1,400 टन विस्फोटक (1,400 Tonnes Explosives) भरा हुआ है, जो कभी भी सुनामी जैसी प्रलय और बड़े पैमाने पर मौतों का कारण बन सकता है. अब रॉयल नेवी इस खतरे को दूर करने का अभियान शुरू करने जा रही है. ब्रिटिश नौसेना अगले साल जून से जहाज के मलबे से विस्फोटक हटाने का काम शुरू करेगी.
'द सन' की रिपोर्ट के अनुसार, जंगी जहाज SS Richard Montgomery पिछले 77 सालों से टेम्स नदी में दफन है और किसी भी समय के बड़े खतरे को जन्म दे सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि विस्फोटक में किसी भी समय धमाका हो सकता है और यदि ऐसा होता है तो पानी में पांच मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जो बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकती हैं.
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रिपोर्ट में टेलीग्राफ के हवाले से बताया गया है पानी के अंदर बम डिस्पोजल में एक्सपर्ट क्रैक टीम के सदस्य टेम्स इस्ट्यूरी के नोर सैंडबैंक में इस मिशन को अंजाम देने के लिए उतरेंगे. यहां, 1944 से एक जहाज पानी में दफन है और उसमें भारी मात्रा में विस्फोटक मौजूद है. माना जा रहा है कि जून 2022 में शुरू होने वाले इस मिशन को पूरा होने में करीब दो महीनों का समय लग सकता है.
इस जहाज पर मुख्य रूप से विमानों के लिए इस्तेमाल होने वाले बम हैं. जिसमें हाई एक्सप्लोसिव ब्लॉकबस्टर और क्लस्टर बम के 200 केस के साथ प्रत्येक 1,000lbs वजन वाले सौ से अधिक सामान्य बम भी शामिल हैं. ये जंगी जहाज US Convoy का हिस्सा था जो अगस्त 1994 में ब्रिटेन के लिए निकला था. लेकिन इसे Great Nore में रुकने के लिए कहा गया था और वहीं ये डूब गया था.
DFT की रिपोर्ट ने उड़ाए होश
रॉयल नेवी और 29 एक्सपर्ट्स ग्रुप इस अभियान को अंजाम देने के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. कुछ वक्त पहले परिवहन विभाग (DFT) द्वारा पानी के नीचे जहाज की स्थिति को लेकर एक सर्वे कराया गया था. जिसकी रिपोर्ट में कहा गया कि अगर जहाज और टूटता है या लुढ़कता है तो विस्फोटक में धमाका संभव है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि धमाका इतना जबरदस्त होगा कि सुनामी जैसी प्रलय आ सकती है.