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लंदन: ब्रिटिश प्रधानमंत्री (British Prime Minister) बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) इंग्लैंड (England) में COVID-19 के कारण लगे सामाजिक और आर्थिक प्रतिबंधों को अगले 2 हफ्तों में खत्म करने की योजना बना रहे हैं. इसके जरिए यह जांच करना भी एक बड़ा मकसद है कि क्या टीकाकरण (Vaccination) से लोगों को सबसे ज्यादा संक्रामक डेल्टा वेरिएंट से पर्याप्त सुरक्षा मिल रही है या नहीं.
जॉनसन ने कहा है कि सरकार ने 19 जुलाई को प्रतिबंधात्मक उपायों को खत्म करने का लक्ष्य रखा है और इसे लेकर अगले सप्ताह अंतिम निर्णय लिया जाएगा. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, घर से काम करने के निर्देश और मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म हो जाएगी.
जॉनसन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मेरा मानना है कि प्रतिबंधों को समाप्त करने का यह सबसे अच्छा समय है. इस दौरान भी लोगों को सतर्क रहना चाहिए. साथ ही जरूरत पड़ने पर यह सुरक्षा उपाय फिर से लागू किए जा सकते हैं. लोग इन प्रतिबंधों के हटने पर बहुत खुश न हों और ना ही जेल से छूटा हुआ महसूस करें क्योंकि इस वायरस से पूरी तरह निजात पाने की मंजिल अभी बहुत दूर है.'
As we come to the fourth step, we have to balance the risks – the risks of the disease and the risks of continuing with legally enforced restrictions that inevitably take their toll on people’s lives and livelihoods. pic.twitter.com/AqI2nYxpaz
— Boris Johnson (@BorisJohnson) July 5, 2021
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विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने इस योजना की आलोचना की है और कहा है कि कुछ प्रतिबंध जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क (Mask) पहनने की अनिवार्यता को जारी रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब संक्रमण की दर बढ़ रही है, ऐसे में सारे सुरक्षा उपायों को दूर फेंकना लापरवाही है.
बता दें कि कोरोनावायरस से लड़के लिए लॉकडाउन लगाने में ब्रिटेन ने काफी देरी की लेकिन टीकाकरण करने में वह काफी तेज रहा. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में सोमवार तक 86% वयस्कों को पहला डोज और 64% वयस्क आबादी को दोनों डोज मिल चुके थे. साथ ही पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के आंकड़े बताते हैं कि डेल्टा वेरिएंट को गंभीर बीमारी में बदलने में या मरीज को अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में वैक्सीन खासे प्रभावी हैं.