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सात साल पहले भागकर आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने वाली ब्रिटिश महिला को अपने किए पर पछतावा है. जिहाद से प्रेरित होकर आईएसआईएस का रास्ता चुनने वाली ब्रिटिश महिला तरीना शकील ने माना है कि उसने गलत फैसला लिया था. तरीना ने कहा कि आतंकी कैंप में उसका फायदा उठाया गया. तरीना शकील वही ब्रिटिश महिला है, जिसने अपनी जिंदगी से नाराजगी जाहिर करते हुए आईएसआईएस में शामिल होने के लिए ब्रिटेन से भाग गई थी.
आईएसआईएस में शामिल होने के अपराध में जेल में बंद रही तरीना ने कहा कि उसे पूर्व में की गई सभी चीजों का पछतावा है. 24 साल की उम्र में अपने नवजात बेटे के साथ 2014 में सीरिया भागने वाली तरीना अब 32 साल की हो गई हैं. तरीना 2016 में भागकर वापस यूके आ गई थी. उस वक्त ब्रिटिश पुलिस से झूठ बोलने के आरोप में उसे छह साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. तब उसने कहा था कि बीमार आतंकवादी समूह में शामिल होने का उसका "इरादा" कभी नहीं था. लेकिन अदालत में यह पता चला कि उसने अन्य चरमपंथियों के साथ ऑनलाइन मैसेज का आदान-प्रदान किया था और ट्विटर पर अपमानजनक पोस्ट किए थे. सीरिया में रहते हुए तरीना ने अपने एक साल के बेटे की AK47 के बगल में फोटो क्लिक की थी.
जेल जाने के बाद तरीना दावा करते आ रही है कि आईएसआईएस में भर्ती करने वालों ने उसका फायदा उठाया. आईएसआईएस में शामिल होने के फैसले पर वह आज भी पछतावे से भरी है. तरीना ने BBC Radio 4’s Today: को बताया, "अपने बच्चे के साथ आईएसआईएस में शामिल होने के फैसले से जुड़ी हर चीज उसे आज भी चुभती है.'' उसने कहा कि वह हर रोज अपने गलत फैसले के परिणामों के एहसास में जीती है. तरीना ने कहा कि आईएसआईएस में भर्ती करने के लिए लोगों को तैयार किया जाता है. आपको उस वक्त अपने फैसले पर पछतावा नहीं होगा. आपको महसूस नहीं होगा कि आप असुरक्षित हैं. आपको बाद में पता चलता है कि आईएसआईएस को चुनने का फैसला सही नहीं हो सकता.
तरीना ने कहा 'मुझे याद है कि मैं वास्तव में दुखी और कड़वाहट से भरी हुई थी. मुझे धोखा दिया गया. मुझे याद है कि मुझे कुछ हद तक खुद पर शर्म आ रही थी कि मैंने अपने साथ ये सब होने दिया.' तरीना को सजा का आधा समय बिताने के बाद 2019 में जेल से रिहा कर दिया गया था. रिहाई पर उसने कहा कि वह अब साधारण इंसान है और उसका ध्यान "सामान्य जीवन" पर केंद्रित है. तरीने ने कहा, 'मेरा अपने जीवन में आगे बढ़ने के अलावा कुछ भी करने का कोई इरादा नहीं है.'