कार्गो विमान ने रचा इतिहास, बिना पायलट के भरी उड़ान.. फिर ऐसे हुई लैंडिंग
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कार्गो विमान ने रचा इतिहास, बिना पायलट के भरी उड़ान.. फिर ऐसे हुई लैंडिंग

Cargo: इस विमान की खास बात यह भी है कि उड़ान के बाद उतरने के लिए आवश्यक सभी निर्देश ऑटोमेटिक होते हैं. इसलिए विमान को हमेशा पता होता है कि संचार खो जाने पर भी क्या करना है.

कार्गो विमान ने रचा इतिहास, बिना पायलट के भरी उड़ान.. फिर ऐसे हुई लैंडिंग

Reliable Robotics Of Cargo: दुनिया के सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले कार्गो विमान ने इतिहास रच दिया है. विमान ने पहली बार बिना किसी के पायलट के पूरी उड़ान भरी है. कुल मिलाकर लगभग 12 मिनट तक चलने वाली यह उड़ान उत्तरी कैलिफोर्निया में हॉलिस्टर हवाई अड्डे से रवाना हुई. रोबोटिक्स द्वारा संचालित की गई यह उड़ान सफल रही है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी 2019 से एक अर्ध-स्वचालित उड़ान प्रणाली पर काम कर रही थी, इसमें विमान को एक पायलट द्वारा दूर से नियंत्रित किया जाता है.

संचालित करना कहीं अधिक खतरनाक
असल में रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने इस बारे में घोषणा की थी. विमान Cessna Caravan मॉडल का था. यह एक मजबूत सिंगल इंजन वाला विमान है जो उड़ान प्रशिक्षण, पर्यटन, मानवीय मिशन और क्षेत्रीय कार्गो के लिए काफी लोकप्रिय है. रिलायबल रोबोटिक्स के सीईओ रॉबर्ट रोज ने बताया कि Cessna ने 3,000 Caravan बनाए हैं. यह सबसे लोकप्रिय कार्गो विमान है जिसके बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा. हालांकि इस विमान के साथ चुनौती यह है कि यह आज के कई बड़े विमानों की तुलना में कम ऊंचाई और अधिक प्रतिकूल मौसम की स्थिति में ही उड़ान भरता है. शायद यही वजह है कि इसे संचालित करना कहीं अधिक खतरनाक है.

आवश्यक सभी निर्देश ऑटोमेटिक
इस विमान की खास बात यह भी है कि उड़ान के बाद उतरने के लिए आवश्यक सभी निर्देश ऑटोमेटिक होते हैं. इसलिए विमान को हमेशा पता होता है कि संचार खो जाने पर भी क्या करना है. यदि आप इसे कुछ और नहीं करने के लिए कहते हैं या यदि आप इसके साथ संचार खो देते हैं, तो यह वह आखिरी काम करेगा जो आपने इसे करने के लिए कहा था. यह काम लैंडिंग के अलावा भी कुछ हो सकता है. यह सही है कि इसका कोई प्रत्यक्ष मानव नियंत्रण नहीं होता है.

बता दें कि कार्गो विमानों को चालक रहित करने पर कई सालों से काम चल रहा था. इन उड़ानों के सुरक्षित आवागमन के लिए उच्च स्तर की तकनीकी अपनाई जा रही है ताकि किसी हादसे की गुंजाइश न रहे. कुछ सालों पहले तक तो यह भी कहा जा रहा था कि लोगों का भरोसा जीतने के बाद ऐसी उड़ानों में कंपनियां पर्यटन स्थलों के लिए बेहद सस्ती हवाई यात्रा का ऑफर देंगी, हालांकि अभी यह बहुत दूर की कौड़ी है.

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