ट्रंप की जवाबी कार्रवाई से घबराया चीन, तुरंत ये फैसला लेने पर हुआ मजबूर
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ट्रंप की जवाबी कार्रवाई से घबराया चीन, तुरंत ये फैसला लेने पर हुआ मजबूर

अमेरिकी (America) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के प्रशासन द्वारा अमेरिका में चीनी विमानों को उड़ान नहीं भरने देने की धमकी के बाद चीन अब अमेरिकी उड़ानों पर प्रतिबंधों से पीछे हट गया है. चीन  (China) ने गुरुवार को अमेरिकी विमानन कंपनियों को देश के लिए सीमित उड़ानें संचालि

ट्रंप और जिनपिंग (फाइल फोटो)

न्यूयॉर्क: अमेरिकी (America) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के प्रशासन द्वारा अमेरिका में चीनी विमानों को उड़ान नहीं भरने देने की धमकी के बाद चीन अब अमेरिकी उड़ानों पर प्रतिबंधों से पीछे हट गया है.

चीन  (China) ने गुरुवार को अमेरिकी विमानन कंपनियों को देश के लिए सीमित उड़ानें संचालित करने की अनुमति देने के फैसले की घोषणा की. इससे पहले वाशिंगटन ने कहा था कि वह चीनी एयरलाइनों को 16 जून से अमेरिका में उड़ान भरने से रोक देगा.

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दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच स्वास्थ्य से लेकर कूटनीति तक कई मोचरें पर बढ़ते तनाव के बीच अब एयरलाइन संचालित करने का मुद्दा गरमाया हुआ है. अब ट्रंप ने चीनी कंपनियों में निवेश के जोखिम का मुद्दा उठाया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, पारदर्शिता की आवश्यकताओं को विफल करने के चीन के प्रयासों से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध चीनी कंपनियों के निवेशकों के लिए भी अर्थपूर्ण जोखिम हैं.

उन्होंने उदाहरण के तौर पर चीनी सरकार द्वारा ऑडिटरों पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि कड़ी कार्रवाई करने का समय आ गया है. ट्रंप ने कहा कि वह वित्तीय बाजारों पर एक कार्य समूह का गठन कर रहे हैं, ताकि अमेरिकी कंपनियों में सूचीबद्ध चीनी कंपनियों को अमेरिका के नियमों के हिसाब से सुनिश्चित करने के लिए उपाय सुझाए जा सके.

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने एनएएसडीएक्यू के उदाहरण का अनुसरण करने और चीनी कंपनियों के लिए नियमों को कड़ा करने के लिए दुनिया भर के स्टॉक एक्सचेंजों से अपील की है.

चीनी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई में एनएएसडीएक्यू ने पिछले महीने घोषणा की कि ऑडिटिंग फर्मों को सभी सूचीबद्ध कंपनियों को अंतर्राष्ट्रीय रिपोटिर्ंग और निरीक्षण मानकों का पालन करना सुनिश्चित करना होगा.

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चीन ने इस संकेत से बचने के लिए कि वह अमेरिकी दबाव में आ गया है, अब नए एयरलाइन विनियमन के दायरे में सभी सभी विदेशी एयरलाइन को शामिल कर लिया है.

बीजिंग ने कहा था कि केवल वही एयरलाइन जो 12 मार्च को चीन के लिए उड़ान भर रही थी, केवल वही आठ जून से सेवा फिर से शुरू होने पर अपनी उड़ानें फिर से संचालित कर सकती हैं.

ट्रंप ने 31 जनवरी को चीन से आने वाले गैर-अमेरिकी लोगों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी, जिसके तुरंत बाद कई अमेरिकी एयरलाइंस ने चीन से आने व जाने वाली उड़ानों को निलंबित कर दिया था. ट्रंप प्रशासन ने यह फैसला चीन में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लिया था.

लेकिन, चार चीनी एयरलाइंस ने कुछ यात्रियों के होने पर भी उड़ान जारी रखी. नागरिक उड्डयन प्रशासन (सीएएसी) ने कहा कि आठ जून से शुरू होने वाली छूट के तहत, अमेरिका और अन्य गैर-चीनी एयरलाइनों को एक चीनी शहर में प्रति सप्ताह एक उड़ान संचालित करने की अनुमति दी जाएगी.

अगर विदेशी एयरलाइन उड़ानों में यात्रियों में से कोई भी लगातार तीन सप्ताह तक कोविड-19 पॉजिटिव नहीं पाया जाता है, तो उन्हें दो उड़ानों की अनुमति होगी.

अभी केवल डेल्टा ने जल्द ही चीन के लिए उड़ानें शुरू करने में रुचि व्यक्त की है. अमेरिकन एयरलाइंस ने एक ईमेल में कहा है कि उसने अक्टूबर में शंघाई और बीजिंग के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने की योजना बनाई है.

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