Trending Photos
विक्टोरिया: चीन (China) की कोरोना वैक्सीन एक बार फिर सवालों में है. पूर्वी अफ्रीका स्थित सेशल्स (Seychelles) में बड़े पैमाने पर चीन की सिनोफार्म वैक्सीन (Sinopharm Vaccine) इस्तेमाल की गई थी, इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों से वहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि सिनोफार्म को लेकर किए जा रहे चीनी दावे पूरी तरह से खोखले हैं. बता दें कि सेशल्स ने दुनिया के बाकी देशों की तुलना में सबसे ज्यादा टीकाकरण (Vaccination) किया है. हालांकि, वैक्सीन के चुनाव में वह गलती कर गया और अब उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सेशल्स में संक्रमण की रफ्तार में तेजी दर्ज की जा रही है. सात मई वाले सप्ताह में इन्फेक्शन के मामलों की दर दोगुनी हो गई है. कोरोना (Coronavirus) को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया था. दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में यहां वैक्सीनेशन स्पीड देखकर लग रहा था कि सेशल्स ने कोरोना पर ब्रेक लगा दिया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार सामने आ रहे मामलों ने न केवल सरकार की बल्कि पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. साथ ही चीन की वैक्सीन को भी कटघरे में खड़ा किया है.
सेशल्स में टीका लगवाने वाले लोगों में से 57 फीसदी को चीन की सिनोफार्म वैक्सीन (chinese sinopharm vaccine) लगाई गई है. हालांकि, राहत की बात इतनी है कि आठ मई तक टीका लगवा चुके कोरोना के संपर्क में आने वाले किसी भी शख्स की मौत नहीं हुई है. देश में महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पिछले हफ्ते से स्कूल, स्पोर्ट्स इवेंट सहित विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है.
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि टीके की विफलता को एक विस्तृत मूल्यांकन के बिना निर्धारित नहीं किया जा सकता है और वह स्थिति का मूल्यांकन करने पर काम कर रहा है. WHO में प्रतिरक्षण, टीके और जैविक विभाग के निदेशक केट ओ' ब्रायन (Kate O’Brien) ने बताया कि WHO सेशल्स से बातचीत कर रहा है और हम वायरस के स्ट्रेन और मामलों की गंभीरता को लेकर जानकारी जुटा रहे हैं.
सेशल्स के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पिछले हफ्ते से कोरोना के एक्टिव केस दोगुने हो गए हैं और इनकी संख्या बढ़कर 2486 पर पहुंच गई है. इसमें से 37 फीसदी ऐसे लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी है. इसके अलावा मालदीव में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी आई है. बता दें कि चीन की वैक्सीन पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं. इसके बावजूद चीन का दावा है कि उसकी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ जंग में असरदार है.