किसी भी खिलाड़ी के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है. लेकिन न्यूजीलैंड में कोरोना के नियम तोड़ कर पाकिस्तानी टीम ने साबित कर दिया कि वो कितनी लापरवाह है. इससे आप पाकिस्तान के खिलाड़ियों की फिटनेस और खेल भावना का अंदाजा भी लगा सकते हैं.
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नई दिल्लीः आजादी के साथ ही अनुशासनहीनता की अति भी बिल्कुल अच्छी नहीं होती. लेकिन पाकिस्तान की क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड में अनुशासन हीनता की सारी मर्यादाएं तोड़ दीं. 24 नवम्बर को पाकिस्तान से कुल 54 खिलाड़ियों और स्टाफ़ का एक दल न्यूजीलैंड पहुंचा था. इन्हें यहां 18 दिसंबर से सीरीज़ खेलनी है. पर पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने वहां कोरोना पर रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों की परवाह नहीं की. जिसकी वजह से पाकिस्तान टीम के 10 खिलाड़ी कोरोना पॉज़िटिव हो गए.
इसी महीने की पहली तारीख़ को इनकी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आई थी. उस दिन पूरे न्यूजीलैंड में कोरोना के 72 मामले सामने आए थे. यानी इनमें 13 प्रतिशत केस पाकिस्तान क्रिकेट टीम से थे. अब आप सोचिए कि पाकिस्तान टीम की लापरवाही वाली सोच ने कैसे कोरोना के ख़िलाफ़ न्यूजीलैंड की जंग को कमज़ोर करने का काम किया. आप इसे 5 पाॅइंट में समझ सकते हैं.
-पाकिस्तान टीम को न्यूजीलैंड पहुंचने पर बायो बबल एटमाॅस्फेयर (Bio Bubble Atmosphere) में रहना था. यहां Bio Bubble का मतलब है कि इन खिलाड़ियों को बाहर निकलने, किसी से मिलने और सम्पर्क करने की इजाज़त नहीं थी. उन्हें एक सुरक्षित वातावरण में रहना था ताकि इन्हें कोरोना संक्रमण न हो.
-लेकिन पाकिस्तान टीम ने ऐसा नहीं किया. खिलाड़ी आपस में मिलते रहे और उन्होंने एक दूसरे के साथ खाना भी शेयर किया.
-इस लापरवाही की वजह से टीम के 10 खिलाड़ियों को कोरोना हो गया. इस पर न्यूजीलैंड ने सख़्ती दिखाते हुए पाकिस्तान टीम के प्रैक्टिस करने पर भी रोक लगा दी.
- न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाकिस्तान टीम को चेतावनी देते हुए ये भी कहा कि वो पूरी टीम को वापस भेज देंगे. हालांकि ये मामला यहीं नहीं थमा.
-पाकिस्तान टीम के हेड कोच मिस्बाह उल हक़ ने ये कह कर नई बहस छेड़ दी कि कोरोना की वजह से आइसोलेशन में रहने के कारण खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक तौर पर थक चुके हैं.
पाकिस्तान के खिलाड़ियों की फिटनेस और खेल भावना
किसी भी खिलाड़ी के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व होता है. लेकिन न्यूजीलैंड में कोरोना के नियम तोड़ कर पाकिस्तानी टीम ने साबित कर दिया कि वो कितनी लापरवाह है. इससे आप पाकिस्तान के खिलाड़ियों की फिटनेस और खेल भावना का अंदाजा भी लगा सकते हैं. खिलाड़ी विदेश में देश की पहचान होते हैं. अपने देश की साॅफ्ट पावर होते हैं. उनके व्यवहार से देश का नाम बनता और बिगड़ता है. पर पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने अपने देश की नाक कटवा दी.
पाकिस्तान की कुल आबादी 21 करोड़ है और न्यूजीलैंड की कुल आबादी 50 लाख है यानी आबादी के हिसाब से पाकिस्तान 42 गुना बड़ा है. पर पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीज़ों का पॉज़िटिविटी रेट 7.26 प्रतिशत है. जबकि न्यूजीलैंड में ये रेट सिर्फ़ 0.15 प्रतिशत है.
न्यूजीलैंड ने कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ शानदार तरीके से जंग लड़ी
यानी क्षेत्रफल में छोटा होने के बावजूद न्यूज़ीलैंड ने कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ शानदार तरीके से जंग लड़ी है. लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है. पाकिस्तान आतंकियों को भी कंट्रोल नही कर पाता और कोरोना को भी. वो न तो खेल के नियमों का सम्मान करता है और न ही एलओसी पर सीज़फायर समझौते का. पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की शर्मनाक हरकत पर उसकी आलोचना होनी चाहिए पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख़्तर ने इस पर न्यूजीलैंड सरकार के ख़िलाफ़ ही नाराज़गी जताई है.