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वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के समर्थकों ने गुरुवार को कैपिटल बिल्डिंग (Capitol Building) में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की. हिंसा के बाद डोनाल्ड ट्रंप मुश्किल में फंस गए हैं और उन पर जेल जाने के खतरा मंडराने लगा है. कई अमेरिकी सांसद चाहते हैं कि ट्रंप को भड़काऊ बयान के जरिए हिंसा भड़काने के जुर्म में जेल भेजा जाए.
द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, 200 से ज्यादा सीनेटर डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग चलाकर 20 जनवरी से पहले उन्हें राष्ट्रपति पद से हटाना चाहते हैं. इसके अलावा सीनेटर यह भी चाहते हैं कि ट्रंप को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देते ही भड़काऊ बयान के जरिए हिंसा भड़काने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया जाए.
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सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, कैपिटल बिल्डिंग (Capitol Building) में हिंसा के बाद भले ही उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कड़ा रुख अपनाया था, लेकिन वे अभी भी अनुच्छेद 25 का इस्तेमाल करने के पक्ष में नहीं हैं. दरअसल, माइक पेंस को डर है कि महाभियोग से उनकी पार्टी की साख खराब होगी.
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बता दें कि अमेरिकी संसद के दोनों सदन यानी सीनेट में गुरुवार को इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती और बाइडेन की जीत पर मुहर लगाने के लिए बैठक चल रही थी. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सैकड़ों समर्थक संसद के बाहर जुट गए. नेशनल गार्ड्स और पुलिस इन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ लोग कैपिटल बिल्डिंग के अंदर घुस गए और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. इस दौरान गोली भी चली और एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई.
बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 3 नवंबर को चुनाव हुए थे, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को 232 वोट मिले थे. इसके बावजूद ट्रंप ने हार स्वीकार नहीं की और लगातार आरोप लगाते रहे कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. इसको लेकर कई राज्यों में ट्रंप समर्थकों द्वारा केस भी दर्ज कराए गए, लेकिन ज्यादातर मामले कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसके बाद ट्रंप समर्थक हिंसा पर उतारू हो गए.
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बता दें कि हिंसा के बीच अमेरिकी कांग्रेस ने गुरुवार को जो बाइडेन (Joe Biden) की जीत पर मुहर लगा दी और 20 जनवरी को शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया. कांग्रेस ने इलेक्टोरल कॉलेज की काउंटिंग में जो बाइडन को राष्ट्रपति पद के लिए और कमला हैरिस (Kamala Harris) को उपराष्ट्रपति पद के लिए विजेता घोषित किया.