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पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वालों (Unvaccinated People) को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है कि पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. विरोधी उन्हें निशाना बना रहे हैं. दरअसल, फ्रांस में कोरोना (Corona) की बढ़ते मामलों ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. ऐसे में सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जाए, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोग इसके लिए तैयार नहीं हैं. इसी पर बात करते हुए राष्ट्रपति आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर बैठे और बवाल मच गया.
फ्रेंच प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) की टिप्पणी को लेकर संसद में भी जमकर हंगामा हुआ. राष्ट्रपति ने मंगलवार रात फ्रांसीसी अखबार ‘ले पेरिसियन’ द्वारा प्रकाशित एक साक्षात्कार में ‘आपत्तिजनक’ शब्दों का इस्तेमाल किया. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब संसद में नए उपायों को लेकर तीखी बहस हो रही है. नए उपायों में यह प्रस्ताव भी रखा गया है कि केवल टीका लेने वाले लोगों को ही छुट्टियों पर बाहर घूमने की अनुमति दी जाए.
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राष्ट्रपति साक्षात्कार में टीकाकरण पर जोर देने की अपनी रणनीति की चर्चा कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘मैं वास्तव में ऐसे लोगों को बाहर भगाना चाहता हूं, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे’. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जबरदस्ती लोगों को वैक्सीन नहीं लगाएगी, हम उन्हें जेल में नहीं डालेंगे. हम उनसे केवल इतना कहेंगे कि आप रेस्टोरेंट नहीं जा पाएंगे, सिनेमा, कॉफी शॉप आदि के दरवाजे भी आपके लिए बंद रहेंगे.
वहीं, मैक्रों के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने राष्ट्रपति के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनके साक्षात्कार में ‘सबसे ऊपर, जनसंख्या की रक्षा के लिए उनके इरादे’ प्रदर्शित होते हैं. बता दें कि फ्रांस के वैज्ञानिकों ने कोरोना के एक और वेरिएंट आईएचयू (IHU Variant) का पता लगाया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक IHU Variant 46 बार अपना रूप बदल चुका है. शोधकर्ताओं का कहना है कि इसमें 46 म्यूटेशन होते हैं. माना जा रहा है कि ये बेसिक कोविड के मुकाबले ज्यादा टीका प्रतिरोधी और संक्रामक है.
इनपुट: भाषा