France Elections: फ्रांस के मतदाताओं ने एक बार फिर दक्षिणपंथ को नकारा, आखिर कैसे पलटा खेल, क्यों जीत से चूकी मरीन ले पेन की पार्टी
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France Elections: फ्रांस के मतदाताओं ने एक बार फिर दक्षिणपंथ को नकारा, आखिर कैसे पलटा खेल, क्यों जीत से चूकी मरीन ले पेन की पार्टी

France Election Results: धुर दक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली (RN) के लिए यह झटका बहुत बड़ा है कि क्योंकि पिछले कई हफ्तों से ओपिनियन पोल उनकी आसान जीत की भविष्यवाणी कर रहे थे.

France Elections: फ्रांस के मतदाताओं ने एक बार फिर दक्षिणपंथ को नकारा, आखिर कैसे पलटा खेल, क्यों जीत से चूकी मरीन ले पेन की पार्टी

France Elections 2024: फ्रांसीसियों ने एक बार फिर ये साफ कर दिया है कि वे धुर दक्षिणपंथियों को देश की सत्ता नहीं सौंपना चाहते हैं. उन्होंने यूरोपीय चुनावों में उन्हें बड़ी जीत दिलाई; उन्होंने इस संसदीय चुनाव के पहले दौर में उन्हें बड़ी जीत दिलाई. लेकिन जब वास्तव में वोट देने की बात आई, तो जैसा कि राष्ट्रपति चुनाव में हुआ था, वे पीछे हट गए.

चुनाव में बड़े मतदान के बाद से ही यह लगने लगा था कि परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं. हैरान करने वाले चुनावी नतीजों ने यह दिखा भी दिया कि नेशनल रैली (RN) को रोकने के लिए मतदाताओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले.

तीसरे नंबर रहा दक्षिण पंथी गठबंधन
सीएनएन के मुताबिक फ्रांस के गृह मंत्रालय ने रविवार को हुए चुनाव के अंतिम नतीजों कनफर्म करते हुए बताया कि सबसे ज्यादा 182 सीटें पैन-लेफ्ट गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट ने जीतीं. इमैनुएल मैक्रों की मध्यमार्गी एनसेंबल पार्टी ने 163 सीटें जीतीं. जबकि जीत का दावेदार माना जा रहा धुर दक्षिणपंथी गठबंधन तीसरे नंबर पर रहा. नेशनल रैली और सहयोगी सिर्फ 143 सीटें ही जीत सका. मंत्रालय ने बताया कि मतदान देश में 66.63% मतदान हुआ.

लोगों के गुस्से का फायदा नहीं उठा पाई आरएन
मतदाताओं ने जीवन-यापन के संकट और नाकाम सार्वजनिक सेवाओं के साथ-साथ इमिग्रेशन और सिक्योरिटी के लिए मैक्रों और उनके सत्तारूढ़ गठबंधन को सजा दी. आरएन ने इस नाराजगी से फायदा उठाया, भूमध्यसागरीय तट के साथ अपने पारंपरिक गढ़ों और देश के दूसरे हिस्से में अपनी कोशिश को बढ़ाया, लेकिन सत्ता जीतने के लिए यह काफी नहीं था.

ये गठबंधन बना आरएन की हार की वजह
आरएन के लिए यह झटका बहुत बड़ा है कि क्योंकि पिछले कई हफ्तों से ओपिनियन पोल उनकी आसान जीत की भविष्यवाणी कर रहे थे. हालांकि पिछले हफ्ते मतदान के पहले दौर के बाद वामपंथी और मध्यमार्गी गठबंधनों ने तीन-तरफ मुकाबले से कई उम्मीदवारों को हटाकर एक एकीकृत आरएन-विरोधी वोट को एकजुट करने में मदद की.

आएन की प्रतिक्रिया
अपनी पहली प्रतिक्रिया में, आरएन नेता जॉर्डन बार्डेला ने आरएन-विरोधी ताकतों के बीच सहयोग को एक 'अपमानजनक गठबंधन' करार दिया.  उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ फ्रांस को पंगु बना देगा. उन्होंने तर्क दिया कि उनकी पार्टी की हार केवल मैक्रों और वामपंथी एनएफपी गठबंधन के हाथ मिलाने से ही संभव हो पाई. दक्षिणपंथ को रोकने के प्रयास में इस सप्ताह 200 उम्मीदवारों को दौड़ से वापस लेने का फैसला किया गया. 

मरिन ले पेन ने कहा कि रविवार के मतदान ने, जिसमें आरएन ने पिछले चुनावों की तुलना में बड़ी बढ़त हासिल की, भविष्य के लिए बीज बोए हैं। उन्होंने कहा, 'हमारी जीत में बस देरी हुई है.' बता दें पेन 2027 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए आरएन की उम्मीदवार होंगी.

दक्षिणपंथी समर्थक चुनाव परिणाम से 'दुखी और निराश'
पेरिस में बड़ी संख्या में दक्षिणपंथी समर्थक जमा हुए थे. जश्न के सारे इंतजाम किए गए थे लेकिन पहले वोटिंग के बाद आए सर्वों ने झटका दिया और फिर वास्तविक नतीजों ने तो इन लोगों का दिल की तोड़ दिया.

बीबीसी के मुताबिक एक दक्षिणपंथी समर्थक रोसा गेव ने फ्रांसीसी झंडा थामे हुए कहा, 'हम इस नतीजे से दुखी, निराश और स्तब्ध हैं. हम मैक्रों के नेतृत्व वाले बेईमान गठबंधन के शिकार हैं जो हमें सत्ता से दूर रखना चाहता है.'

नेशनल रैली के समर्थक मैटेओ जियामारेसी ने तेजी से खाली हो रहे डांसफ्लोर पर अपना शैंपेन का गिलास पकड़े हुए कहा, 'फ्रांस ने सबसे बुरे गठबंधन को चुना है हम जो कह रहे हैं, वह फ्रांस को भविष्य के लिए उम्मीद दे रहा है.'

आरएन के लिए एक अच्छी खबर
हालांकि आरएन ने उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, फिर भी चुनाव उसके लिए पूरी तरह नकारात्मक नहीं रहे बल्कि उन्हें भविष्य के लिए कुछ उम्मीद देकर गए, क्योंकि आरएन को प्रत्येक चुनाव के साथ अधिक वोट मिल रहे हैं. 2017 में 8, 2022 में 89, 2024 में सहयोगियों की मदद से 143 सीटें मिलीं. 

(File photo courtesy- Reuters)

 

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