Hamas Attack On Israel: इजरायली सेना की ओर से जब्त किए गए गुप्त दस्तावेजों से पता चलता है कि आतंकी समूह हमास ने ईरान को 7 अक्टूबर के हमले में शामिल होने के लिए मनाने की कोशिश की थी.
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Iran- Hamas- Hezbollah News: इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हुए कुख्यात आतंकी संगठन हमास के खतरनाक सीमा पार हमले को लेकर नया और सनसनीखेज खुलासा हुआ है. इजरायली सेना के हाथ लगे हमास की सीक्रेट मीटिंग्स के मिनट्स के मुताबिक, इजरायल पर हमास के हमले में उसके मददगारों ईरान और हिजबुल्लाह के सैद्धांतिक तौर पर साथ होने का साफ पता चलता है.
हमास की गुप्त बैठकों के मिनट्स के एनालिसिस में जुटी इजरायली सेना
हमास की गुप्त बैठकों के मिनट्स को जब्त करने के बाद इजरायल सुरक्षा बल (आईडीएफ) उसके एनालिसिस में जुट गया है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने इन सीक्रेट डॉक्युमेंट्स के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इजरायल पर हमले से पहले और बाद में हमास अपने मददगार ईरान और हिजबुल्लाह के लगातार संपर्क में था. टाइम्स ने इजरायली सेना से मिले हमास के शीर्ष नेताओं के बीच 10 बैठकों के मिनटों की विस्तृत समीक्षा की है.
इजरायल पर 7 अक्टूबर को आतंकी हमले की साजिश का विस्तृत रिकॉर्ड
इजरायल पर 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले की साजिश के इस विस्तृत रिकॉर्ड से पता चलता है कि आतंकवादी समूह हमास ने 2021 से लेकर कई बार हमले को टाला है, ताकि यह झूठा साबित हो सके कि उसे रोका गया है. जबकि वह एक बड़े हमले के लिए ईरान का समर्थन मांग रहा था. वहीं, याह्या सिनवार दो साल से अधिक समय तक अपने शीर्ष हमास कमांडरों के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रचता रहा.
हमास के चार दशक के इतिहास में इजरायल पर सबसे खतरनाक हमला
उन सबको उम्मीद थी कि यह आतंकवादी समूह हमास के चार दशक के इतिहास में उसका इजरायल पर सबसे विनाशकारी और अस्थिर करने वाला हमला होगा. सिनवार के हमास के सहयोगियों, ईरान और हिजबुल्लाह को हमले में शामिल होने के लिए राजी करने या कम से कम हमास द्वारा सीमा पार अचानक हमला करने की स्थिति में इजरायल के साथ व्यापक लड़ाई के लिए कमिटेड रूप से साथ होने के मजबूत इरादे को भी दर्शाते हैं.
ये गुप्त दस्तावेज हमास को समझने में कामयाबी का भी प्रतिनिधित्व करते हैं. साथ ही इजरायल को हमास के इरादों के बारे में धोखा देने के व्यापक कोशिशों को भी दर्शाते हैं, क्योंकि आतंकवादी समूह हमास ने एक दु:साहसिक हमले और एक क्षेत्रीय संघर्ष की नींव रखी थी, जिससे सिनवार को उम्मीद थी कि इजरायल "ध्वस्त" हो जाएगा.
हमास के राजनीतिक और सैन्य नेताओं के कोर ग्रुप की 10 गुप्त बैठकें
इन दस्तावेजों में 7 अक्टूबर, 2023 को हमले से पहले हमास के राजनीतिक और सैन्य नेताओं के एक छोटे समूह की 10 गुप्त योजना बैठकों के मिनट शामिल हैं. मिनटों में हमास के नेतृत्व के काम करने के तरीके और उसके हमले की तैयारियों के बारे में पहले से अनजान विवरण के 30 पन्ने शामिल हैं. द टाइम्स द्वारा सत्यापित किए गए दस्तावेजों में हमास के नेतृत्व समूह की मुख्य रणनीतियों और आकलनों को दर्शाया गया है:
गुप्त दस्तावेजों में हमास के नेतृत्व की मुख्य रणनीति और आकलन क्या है?
1. हमास ने शुरू में 2022 के अंत में हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी. इसे उसने "बड़ी परियोजना" नाम दिया था. लेकिन समूह ने योजना पर अमल करने में देरी की क्योंकि उसने ईरान और हिज़्बुल्लाह को भाग लेने के लिए मनाने की कोशिश की.
2. जब वे हिज़्बुल्लाह को लक्षित करके दलीलें तैयार कर रहे थे, तो हमास के नेताओं ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की न्यायपालिका को बदलने की विवादास्पद योजनाओं पर उथल-पुथल के चलते वहां की "आंतरिक स्थिति" उन कारणों में से एक था, जो उन्हें "रणनीतिक लड़ाई की ओर बढ़ने के लिए मजबूर करते हैं."
3. जुलाई 2023 में, हमास ने एक शीर्ष अधिकारी को लेबनान भेजा, जहां उन्होंने एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर से मुलाकात की और हमले की शुरुआत में संवेदनशील स्थलों पर हमला करने में मदद का अनुरोध किया.
4. वरिष्ठ ईरानी कमांडर ने हमास को बताया कि ईरान और हिजबुल्लाह सैद्धांतिक रूप से सहायक थे, लेकिन उन्हें तैयारी के लिए और समय चाहिए था. मिनटों में यह नहीं बताया गया है कि हमास ने अपने सहयोगियों के सामने कितनी विस्तृत योजना पेश की थी.
5. दस्तावेजों में यह भी कहा गया है कि हमास ने उस समय हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के साथ एक बाद की बैठक में हमले पर अधिक विस्तार से चर्चा करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि चर्चा हुई या नहीं.
6. हमास को अपने सहयोगियों के सामान्य समर्थन का भरोसा था, लेकिन उसने नतीजा निकाला कि उसे उनकी पूरी भागीदारी के बिना आगे बढ़ने की जरूरत हो सकती है. आंशिक रूप से हमले से पहले इजरायल को एक उन्नत नई वायु-रक्षा प्रणाली तैनात करने से रोकने के लिए अकेले कोशिश करना पड़ सकता है.
इजरायल पर क्यों इतना खतरनाक हमला करना चाहता था हमास?
हमला करने का निर्णय इजरायल और सऊदी अरब के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासों को बाधित करने की हमास की इच्छा, पश्चिमी तट पर इजरायल के कब्जे की मजबूती और यरुशलम में अक्सा मस्जिद परिसर पर अधिक नियंत्रण करने के इजरायल के प्रयासों से भी प्रभावित था. यह इस्लाम और यहूदी धर्म दोनों में पवित्र है. यहूदियों के लिए मंदिर पर्वत (माउंट टेंपल) के रूप में जाना जाता है.
हमास ने की इजरायल पर हमले के सरप्राइज को बढ़ाने की साजिश
हमास ने 7 अक्टूबर के हमले के सरप्राइज फैक्टर को अधिकतम करने के लिए 2021 से दो साल तक जानबूझकर इजरायल के साथ बड़े टकरावों से परहेज किया. जैसा कि नेताओं ने देखा, उन्हें "दुश्मन को यह विश्वास दिलाना होगा कि गाजा में हमास शांति चाहता है." गाजा में हमास के नेताओं ने कहा कि उन्होंने हमास के कतर स्थित राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह को "बड़ी परियोजना" के बारे में जानकारी दी. हालांकि, यह पहले से पता नहीं था कि जुलाई में इज़रायल द्वारा हत्या किए गए हनीयेह को हमले से पहले इस बारे में जानकारी दी गई थी या नहीं.
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एक तरह से कई युद्ध की प्रस्तावना लिखने वाला है ये गुप्त दस्तावेज
ये गुप्त दस्तावेज आधुनिक मध्य पूर्वी इतिहास के सबसे अहम निर्णायक क्षणों में से एक के बारे में अधिक विस्तार से जानकारी देते हैं. यह दिखाते हैं कि इजरायल पर हमास का भीषण हमला और नरसंहार कई वर्षों की साजिश का नतीजा था. साथ ही 2022 के अंत में नेतन्याहू के इजरायल में सत्ता में लौटने के बाद विशिष्ट घटनाओं द्वारा आंशिक रूप से आकार लेने वाला कदम था. इन दस्तावेजों से पता चलता है कि याह्या सिनवार और दूसरे हमास नेता इजरायल पर हमला करने से पहले इजरायली नेताओं को सुरक्षा का झूठा अहसास दिलाने के लिए समय चाहते थे.
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