अमेरिका के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कैंसर के उन मरीजों की जान को ज्यादा खतरा है, जिन्हें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन और एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन दवा का मिश्रण दिया जा रहा है.
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शिकागो: कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलने से रोकने के लिए अभी तक कोई दवा सामने नहीं आई है. हालांकि कोरोना संक्रमित मरीजों को फिलहाल मलेरिया में इस्तेमाल होने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroqui) दवा दी जा रही है. इस बीच अमेरिका के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कैंसर के उन मरीजों की जान को ज्यादा खतरा है, जिन्हें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन और एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन दवा का मिश्रण कोरोना के इलाज में दिया जा रहा है.
शोधकर्ताओं ने कहा कि दवा के मिश्रण को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बहुत प्रचारित किया. हालांकि शुरुआती रिजल्ट से पता चलता है कि डॉक्टरों को कैंसर रोगियों के लिए इन दो दवाओं को नहीं देना चाहिए, जब तक इस पर ज्यादा अध्ययन नहीं कर लिया जाता.
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अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (ASCO) के अध्यक्ष डॉ. हॉवर्ड बार्डिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और एजिथ्रोमाइसिन दवा का मिश्रण रोगी के जान के जोखिम को और बढ़ा देता है. शुरूआत में दवा के संयोजन को COVID-19 संक्रमितों के इलाज में मदद करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. हालांकि ताजा आंकड़े इस बात पर संदेह पैदा करते हैं. शोध में पता चला है कि कैंसर रोगियों के लिए इन दोनों दवाओं का मिश्रण जान का खतरा पैदा कर सकता है.'
वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सिस्टम के डॉ. जेरेमी वार्नर ने मीडिया से कहा, 'दोनों दवाओं का मिश्रण लेने से रोगी के 30 दिनों के भीतर मरने का खतरा बढ़ जाता है.'
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 21 मार्च को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर एक ट्वीट किया था. उन्होंने इन दोनों दवाओं के संयोजन को 'चिकित्सा के इतिहास में सबसे बड़े गेम चेंजर में से एक' बताया था.
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