Russia Ukraine War: विदेश मंत्रालय ने कहा, 'मित्र और साझेदार के रूप में, भारत किसी भी व्यवहार्य और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान या प्रारूप का समर्थन करेगा जो शांति बहाल कर सके...'
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भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति बहाल करने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है, हालांकि शांति वार्ता कब और कैसे शुरू की जाए, यह तय करना दोनों युद्धरत देशों का विशेषाधिकार है. यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल ही में पीएम मोदी यूक्रेन दौरे से वापस लौटे हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा, 'शांति वार्ता कब और कैसे शुरू की जाए, यह निर्णय संघर्ष में शामिल दोनों पक्षों का विशेषाधिकार है. मित्र और साझेदार के रूप में, हम किसी भी व्यवहार्य और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान या प्रारूप का समर्थन करेंगे जो शांति बहाल कर सके...'
पीएम मोदी पहले ही दे चुके हैं संकेत
न्यूज एएनआई के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही शांति के हित में रचनात्मक भूमिका निभाने की भारत की इच्छा का संकेत दे दिया है. हालांकि, इस स्तर पर विशिष्ट तौर-तरीकों और रास्तों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को और पिछले हफ्ते कीव यात्रा के बाद रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता में भारत की संभावित भूमिका के बारे में कूटनीतिक हलकों में व्यापक अटकलें लगाई जा रही हैं.
रूसी सेना में फंसे भारतीयों का मुद्दा
रूसी सेना में फंसे भारतीयों के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि रूस में फंसे 15 भारतीयों को रिहा कर दिया गया है और वे भारत लौट आए हैं.
जायसवाल ने कहा, 'हमारे पास अभी तक की जानकारी है, आज तक 15 भारतीयों को रिहा कर दिया गया है और वे भारत लौट आए हैं. हमारा मिशन, हमारा दूतावास रूसी अधिकारियों के संपर्क में है और हमें उम्मीद है कि जो लोग भारत वापस लौटना चाहते हैं उन्हें जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा.'
Photo courtesy- @narendramodi