India Russia Friendship: भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने सोमवार को नई दिल्ली में रूसी संस्कृति उत्सव के उद्घाटन के दौरान कहा कि आज रात वह वर्षों के बाद दोनों देशों के बीच पारस्परिक सांस्कृतिक त्योहारों की परंपरा को फिर से शुरू कर रहे हैं. इसका मकसद संबंधों को और मजबूत बनाना है.
Trending Photos
India Russia Relation 75 Yeras: भारत और रूस के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो चुके हैं. इस खास मौके को दोनों ही देश सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस खास पल को यादगार बनाने के लिए दोनों ही देशों में कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने सोमवार को नई दिल्ली में रूसी संस्कृति उत्सव के उद्घाटन के दौरान कहा कि आज रात वह वर्षों के बाद दोनों देशों के बीच पारस्परिक सांस्कृतिक त्योहारों की परंपरा को फिर से शुरू कर रहे हैं.
दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने का है मकसद
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव रूस और भारत के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ की सबसे रंगीन अभिव्यक्ति होगा. उन्होंने इस मौके पर हिंदी में एक लोकप्रिय कहावत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोस्ती से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है और इस त्योहार का मिशन लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाना है. आज रात हम रूस और भारत व भारत और रूस के पारस्परिक सांस्कृतिक उत्सवों की अद्भुत परंपरा को फिर से शुरू कर रहे हैं. इस साल हम भारत में डांस और सिंगिंग के लिए 3 प्रमुख ग्रुप लेकर आए हैं. यह रूस-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर काफी खास होगा. यह हमारे देशों के बीच समृद्ध और विविध सांस्कृतिक बंधनों, ऐतिहासिक मित्रता, आपसी हित और समझ और विश्वास का एक बहुत ही ज्वलंत उदाहरण होगा.
#WATCH | There is a popular saying in India, "Dosti se zyada kuch bhi nahi hota". A very precise characteristic of the trusted & friendly character of Russia-India strategic partnership: Russian Ambassador Denis Alipov at the Russian Culture festival inauguration in Delhi (21.11) pic.twitter.com/KPbPWJReE9
— ANI (@ANI) November 22, 2022
कोविड की वजह से 2 साल तक नहीं हुए कार्यक्रम
बता दें कि COVID-19 महामारी के प्रसार के कारण दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान प्रभावित हुआ था. एक सप्ताह के समय में, हमारे भारतीय मित्र नई दिल्ली के महानगरीय शहरों में फैले कई शानदार परफॉर्मेंस का आनंद लेंगे. उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत में एक लोकप्रिय कहावत है, 'दोस्ती से ज्यादा कुछ नहीं होता.' रूसी दूत ने यह भी उम्मीद जताई कि भारतीय जनता रूस के स्वाद और संस्कृति से प्रभावित होगी. उन्होंने बताया कि दिल्ली के बाद यह महोत्सव कोलकाता और फिर मुंबई में चलेगा और इस महीने की 29 तारीख को वापस दिल्ली आएगा. मुझे पूरा यकीन है कि भारतीय जनता इससे प्रभावित होगी और रूस के शानदार प्रदर्शन का आनंद लेगी.
ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर