चिली में फंसे भारतीयों के लिए सबसे बड़ा मददगार बना दूतावास, 270 लोग लौटना चाहते हैं देश
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चिली में फंसे भारतीयों के लिए सबसे बड़ा मददगार बना दूतावास, 270 लोग लौटना चाहते हैं देश

चिली में जमीनी हालात काफी खराब हैं. वहां अब तक 40,000 से ज्यादा मामले हो चुके हैं और वहां 1200 से 1800 के बीच, या कभी-कभी 2000 मामले रोजाना सामने आते हैं.  वहां की 18 मिलियन आबादी को देखते हुए ये अनुपात अच्छा नहीं है.

चिली में भारत की राजदूत अनीता नायर

नई दिल्ली: चिली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में भारतीय दूतावास मदद को आगे आया है. वहां फंसे भारतीयों को दूतावास की एक पुरानी इमारत में आश्रय दिया जा रहा है. हमारे डिप्लोमैटिक कॉरेस्पोंडेंट सिद्दांत सिब्बल को चिली में भारत की राजदूत अनीता नायर ने बताया कि करीब 270 भारतीयों ने वापस आने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. करीब 50 भारतीयों के मंगलवार को वापस आने की उम्मीद है.

  1. चिली में हालात खराब, अब तक कोरोना वायरस के 40,000 से ज्यादा मामले 
  2. करीब 270 भारतीयों ने वापस आने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है
  3. 50 भारतीयों के लेटन उड़ान से वापस आने की उम्मीद

चिली में जमीनी हालात कैसे रहे हैं और भारतीय राजनयिक इसपर कैसे काम कर रहे हैं?

अनीता नायर: चिली में जमीनी हालात काफी खराब हैं. वहां अब तक 40,000 से ज्यादा मामले हो चुके हैं और वहां 1200 से 1800 के बीच, या कभी-कभी 2000 मामले रोजाना सामने आते हैं. वहां की 18 मिलियन आबादी को देखते हुए ये अनुपात अच्छा नहीं है. सरकार ने सैंटियागो के महानगरीय क्षेत्र जहां चिली की करीब 70% आबादी बसती है और अन्य क्षेत्र जहां संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, वहां लॉकडाउन लगा दिया है. भारतीय राजनयिक ठीक हैं, भगवान का शुक्र है कि हम में से कोई भी संक्रमित नहीं है. हालांकि हम आ जा नहीं सकते और दूतावास के ज्यादातर कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं, लेकिन आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं और हम मैनेज कर रहे हैं.

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कोविड संकट के दौरान चिली और भारत एकदूसरे का किस तरह सहयोग कर रहे हैं?

अनीता नायर: चिली ने हमसे दवाइयां तो नहीं मांगी थीं, लेकिन उन्होंने हमसे N95 मास्क, वेंटिलेटर और PPE के लिए जरूर कहा था, लेकिन हम जाहिर तौर पर ये देने की स्थिति में नहीं थे. लेकिन हम स्थानीय इम्यूनोलॉजी संस्थान और ICMR के सहयोग से एक वैक्सीन पर काम कर रहे हैं. और हमें उम्मीद है कि ये प्रोजेक्ट बहुत जल्द ही पूरी हो जाएगा. इसके अलावा अनुरोध किए जाने पर चिली ने वापस जाने वालों के लिए एक उड़ान की व्यवस्था की है जिसे असल में अर्जेंटीना सरकार की latam उड़ान ने आयोजित किया है. ये फ्लाइट सैंटिगो से उड़ान भरेगी जिसमें भारतीयों के नागरिकों को उड़ान भरने की अनुमति है. इस फ्लाइट से कई लोग वापस लौटेंगे.

देश में कितने भारतीय फंसे हुए हैं और कितनों के वापस आने की योजना है?

अनीता नायर: चिली में ज्यादा लोग नहीं फंसे हैं. ऐसे केवल 70 लोग हैं जिनके दिए हुए कारणों की वजह से उन्हें जल्द से जल्द भारत लौटना है. उनमें से करीब 50 लेटम फ्लाइट से आ रहे हैं. बाकियों ने इस फ्लाइट से न जाने का फैसला किया है, कारण जो भी हो. और हमें उम्मीद है कि हम एक और निकासी उड़ान की व्यवस्था कर लेंगे क्योंकि वापस लौटने के लिए कुल 270 लोगों ने पंजीकरण कराया है.

खबर ये भी है कि कुछ भारतीय जो अवैध रूप से वहां रह रहे थे, उन्होंने भी वापस आने का अनुरोध किया है?
अनीता नायर: यहां अवैध रूप से रहने वाले किसी भी भारतीय के बारे में फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है. यहां ऐसे लोग जरूर हैं जिनके वीजा की समय सीमा समाप्त हो गई है और वे लॉकडाउन की वजह से उसे रीन्यू नहीं करवा पा रहे हैं. चिली के विदेश मंत्रालय ने उन सभी लोगों की वापसी पर कार्रवाई करक दी है जिन्होंने लेटम फ्लाइट से वापस लाना है, और हमें सोमवार तक इसका कन्फर्मेशन मिल जाएगा. ये फ्लाइट 19 मई को चलेगी. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि लिस्ट में शामिल लोगों में से किसी की वापसी में कोई समस्या नहीं है.

भारतीय दूतावास चिली में फंसे हुए भारतीयों तक कैसे पहुंच रहा है?

अनीता नायर: हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमें प्राप्त होने वाली सभी जानकारी, अलग-अलग प्लेटफार्मों पर, हमारे सभी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, ईमेलों आदि पर डाल दें. हमने आश्रय की सुविधा भी शुरू की है. सौभाग्य से हमारे पास दूतावास की एक पुराना परिसर उपलब्ध है, जहां फंसे हुए भारतीयों को आश्रय दिया जा सकता है और ये हमारे लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. वहां खाना, कंबल, बिस्तर और फर्नीचर और लगभग सभी चीजें उपलब्ध हैं जो आश्रय के लिए जरूरी थीं. फिलहाल यहां 10 लोग रह रहे हैं, इसके अलावा 20 लोग और आ सकते हैं. ये पुरानी इमारत काफी बड़ी है और मुझे लगता है कि यहां फंसे भारतीयों की मदद करने के लिए ये दूतावास की बहुत अच्छी पहल है. हमें उम्मीद है कि सभी को वापस भेज दिया जाएगा. और जल्द ही इस संकट के खत्म होने की घोषणा की जाएगी, लॉकडाउन हटा दिया जाएगा और हम सब स्वतंत्र होकर फिर से आगे बढ़ सकेंगे.

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