Iran-Israel War: ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों के बीच जारी जंग में अमेरिका भी अहम किरदार अदा रहा है. हाल ही में ईरान ने इजरायली हमले को लेकर अमेरिका पर बड़ी टिप्पणी की है.
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Iran-Israel War: ईरान ने अमेरिका को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इजरायल उस पर जवाबी हमला करता है तो वह "पूरी जिम्मेदारी" लेगा. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्विस अध्यक्षता को संबोधित एक पत्र में यह बात कही. ईरान की तरफ से यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की उस टिप्पणी के बाद आया जिसमें उन्होंने इजरायली हमले को लेकर बड़ा इशारा दिया था.
ईरान की तरफ से इरावानी ने बाइडेन के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे "बेहद चिंताजनक" बताया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के शब्दों में ईरान के खिलाफ इजरायल के गैरकानूनी फौजी हमले के लिए मौन स्वीकृति और स्पष्ट दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा, "इसलिए अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिद्धांतों खुलकर विरोध कर रहा है और ईरान के खिलाफ इजरायल की तरफ से किसी भी आक्रामक हरकत को भड़काने, उकसाने में अपनी भूमिका के लिए पूरी जिम्मेदारी लेगा."
ईरान की तरफ यह जवाब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की उस टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने इजरायल की जवाबी कार्रवाई की योजनाओं के बारे में उनकी जागरूकता का इशारा दिया था. राष्ट्रपति बाइडेन ने हाल ही में इस बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि उन्हें पता है कि 1 अक्टूबर को ईरान के मिसाइल हमले का इजरायल कैसे और कब जवाब देगा.
बता दें कि ईरान ने हमास, हिजबुल्लाह के नेताओं और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक जनरल की हत्या के बदले में इजरायल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. जिसके जवाब में इस समय गाजा में हमास में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष में लगे इजरायल ने हमलों के लिए ईरान से बदला लेने का संकल्प लिया.
हालांकि ईरान का यह हमला लगभग पूरी तरह नाकाम साबित हुआ था. ईरान के अब तक के सबसे बड़े इस हमले में वेस्ट बैंक के अंदर सिर्फ एक व्यक्ति की मौत हुई थी. इसके अलावा उसकी ज्यादातर मिसाइलों को इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में नाकाम बना दिया था लेकिन ईरान के इस हमले को नाकाम बनाने में इजरायल को को आर्थिक तौर पर काफी नुकसान उठाना पड़ा था.