DNA: क्या है गाजा में इजरायल का 'मिडनाइट ऑपरेशन', गाजा पट्टी की हैरान करने वाली कहानी
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DNA: क्या है गाजा में इजरायल का 'मिडनाइट ऑपरेशन', गाजा पट्टी की हैरान करने वाली कहानी

Gaza War: कई दिनों से इजरायली सेना गाजा में घुसकर हमास आतंकियों को ख़त्म कर रही है. Tunnels में छिपे आतंकियों को खोजकर मारा जा रहा है. अब Israel Defence Force ने नया दावा ये किया है, कि गुरुवार की रात उसने हमास के 150 आतंकियों को मार दिया. 

DNA: क्या है गाजा में इजरायल का 'मिडनाइट ऑपरेशन', गाजा पट्टी की हैरान करने वाली कहानी

Israel Palestine: हमास के खिलाफ इजरायल के Action से अरब देश हमास के समर्थन में उतर आए हैं. साथ ही वो आतंकी संगठन भी हैं, जिनकी पहले से इजरायल के साथ दुश्मनी चल रही थी. इनमें लेबनान में सक्रिय आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह भी शामिल है. शुक्रवार को हिज्बुल्लाह का चीफ नसरुल्लाह हमास-इजरायल युद्ध के बाद पहली बार सामने आया. हमास के समर्थन में उतरा हिज्बुल्लाह Lebnon बॉर्डर पर इजरायल पर हमले कर रहा था. इजरायल ने भी जवाबी हमले किये हैं। लेकिन अब जो ख़बर सामने आई है, वो इजरायल की फिक्र बढ़ा सकती है.

दरअसल, अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने Input दिये हैं कि Russia का Wagnor group हिजबुल्लाह को SA-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी कर सकता है. हिज्बुब्लाह को SA-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिल जाता है, तो एक तरह से ये हिज्बुल्लाह के लिए सुरक्षा कवच होगा. जो उसे इजरायल के मिसाइल हमलों से बचाने में मदद करेगा.

- SA-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम, एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों की मदद से हवाई हमलों से निपटने में बेहद कारगर है।
- इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को एक Truck पर तैनात किया जा सकता है
- इस हथियार से जमीन से हवा में मौजूद Aircraft को निशाना बनाया जा सकता है।
- इजरायल के हवाई हमले के खिलाफ हिज्बुल्लाह की ताकत में इजाफा हो जाएगा

अमेरिकी अधिकारी फिलहाल Wagnor group और हिजबुल्लाह के बीच जारी बातचीत पर निगाह रखे हुए हैं..क्योंकि बिना रूस की सहमति के हिज्बुल्लाह को Missile Defence System नहीं मिल सकता. आपको बता दें कि रूस भी फिलिस्तीन का समर्थन कर चुका है और रूस ने United Nations Security Council में सीजफायर की मांग को लेकर एक प्रस्ताव भी पेश किया था। लेकिन अब रूस हिज्बुल्लाह की मदद को आगे आ रहा है, जबकि
- हिजबुल्लाह लेबनान का एक कट्टर आतंकवादी संगठन है
- वर्ष 1982 में इजरायल ने जब दक्षिणी लेबनान पर हमला किया था, तब हिजबुल्लाह अस्तित्व में आया था.
- हालांकि, इस आतंकी संगठन की आधिकारिक रूप से स्थापना 1985 में हुई थी.
- हिज्बुल्लाह कई बार इजरायल पर हमला करता रहता है
- हिज्बुल्लाह हमास के मुकाबले में कहीं ज्यादा खतरनाक और ताकतवर है
- वर्ष 2006 में हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच करीब एक महीने तक युद्ध चला था

ऐसे में हिज्बुल्लाह जैसे आतंकी संगठन को Missile Defence System जैसी आधुनिक तकनीक मिलना खतरनाक हो सकता है. अमेरिका भी हिज्बुल्लाह के खतरे को भांप चुका है, शायद यही वजह रही कि आज अमेरिकी विदेश मंत्री Antony Blinken इजरायल पहुंचे. प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu से मुलाकात की और इस स्थिति पर चर्चा हुई.

7 अक्टूबर के बाद से अमेरिकी विदेश मंत्री का ये तीसरा इजरायल दौरा रहा है, इस दौरान खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी इजरायल जा चुके हैं. दरअसल, हमास के खिलाफ इस जंग में अमेरिका इजरायल के साथ खुलकर खड़ा है. लेकिन जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उससे तो यही इशारा मिलता है कि हमास-इजरायल की जंग फिलहाल रुकने वाली नहीं है.
अब हम हमास के खिलाफ इजरायल के Midnight ऑपरेशन का विश्लेषण करेंगे.

कई दिनों से इजरायली सेना गाजा में घुसकर हमास आतंकियों को ख़त्म कर रही है. Tunnels में छिपे आतंकियों को खोजकर मारा जा रहा है. अब Israel Defence Force ने नया दावा ये किया है, कि गुरुवार की रात उसने हमास के 150 आतंकियों को मार दिया. आतंकियों को मारने के लिए इजरायल ने रॉकेट और हवाई हमले किये थे. आधी रात गाजा में हवाई हमलों को अंजाम दिया गया, हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर Rocket दागे गए.

इजरायल के लिए सबसे बड़ी चुनौती सुरंगों में छिपे आतंकी हैं, इसलिए गाजा को चारों तरफ से घेर चुका इजरायल, Ground Operation को अंजाम दे रहा है.
- गुरुवार की रात गाजा में इजरायल ने 150 हमास आतंकी मार गिराये
- मरने वाले आतंकियों में हमास कमांडर मुस्तफा दलुल भी शामिल है
- हालांकि, ऑपरेशन के दौरान अबतक 23 इजरायली सैनिकों की जान भी गई है

हमास और इजरायल की जंग अपने अगले चरण में प्रवेश कर चुकी है...जहां एयर स्ट्राइक के बाद जमीन से भी जबरदस्त अटैक हो रहा है. मुस्तफा सबरा तेल अल हवा बटालियन का कमांडर था. हमास में कई पदों पर रह चुका मुस्तफा, इनदिनों इजरायली सैनिकों के खिलाफ युद्ध में बड़ी भूमिका निभा रहा था. इसलिए, इजरायली सैनिकों के लिए इसका मारा जाना अहम हो जाता है। अब अपने आतंकियों के मारे जाने से हमास तिलमिला गया है.

गुरुवार रात इजरायल ने एक घर में छिपे आतंकियों को खत्म किया तो, वहां से भारी मात्रा में हथियार बरामद किये गये. एक तरफ दिन के वक्त इजरायली सैनिक आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ रात के वक्त आतंकियों को ढूंढकर मारा जा रहा है.
- अबतक हमास के सात बड़े नेता मारे गए हैं
- करीब 50 कमांडर्स को खत्म किया गया है
गाजा में घुसकर Ground Operation की वजह ये है, कि आम लोगों को कम से कम नुकसान पहुंचे और हमास को पूरी तरह खत्म किया जा सके. और इसमें इजरायल कामयाब भी हो रहा है. गाजा में घुसने से पहले इजरायल की सेना ने दो रात Raid Attack किये था. तब इजरायली सैनिक गाजा में दाखिल हुए, हमला किया और वापस लौटकर आ गए थे. लेकिन अब इजरायली सेना गाजा में घुसकर Ground Attack कर रही है। यहां गौर करने वाली बात ये कि आतंकियों को मारने के लिए ऑपरेशन रात के वक्त किये जा रहे हैं. दिन के समय इजरायल हमास के ठिकानों को तबाह करने के लिए हमले करता है, Tanks से हमास के उन अड्डों पर गोले गिराए जाते हैं.

जहां आतंकी छिपे हो सकते हैं या फिर आंतकियों ने अपने हथियारों का गोदाम बनाया होता है. क्योंकि,आतंकियों को खोजकर रात में मारा जा रहा है. ऐसा इसलिए
- इजरायल के सभी सैनिक नाइट विजन गोगल्स से लैस हैं, जिससे अंधेरे में आतंकियों की मूवमेंट पर नज़र रखकर उन्हें मारने में मदद मिलती है
- इजरायल के सैनिकों को MidNight Operation की स्पेशल ट्रेनिंग मिलती है, इसलिए ऐसे ऑपरेशन अंजाम देने में इन्हें महारथ हासिल है.
- दिन में इजरायली सैनिक उस इलाके को घेर लेते हैं, जहां आतंकी छिपे हैं। जब रात में आम लोगों की मूवमेंट कम होती है। तब ऑपरेशन अंजाम दिया जाता है.
- अरब देशों में रात होने की वजह से किसी तरह के विरोध की आशंका नहीं रहती। इसलिए रात का वक्त चुना जाता है.
- रात के वक्त हमास आतंकियों के बचकर भागने के Chance ना के बराबर होते हैं। इसलिए रात के वक्त आतंकियों को निशाना बनाया जा रहा है.
- हमास आतंकियों को ईरान जैसे हमदर्द देशों से आधुनिक हथियार तो मिल गये, जिनसे कायराना हमले करके वो निर्दोष लोगों की हत्या कर सकते हैं. लेकिन आमने सामने की जंग में इन आतंकियों के लिए इजरायल की Well Trained Army का मुकाबला करना आसान नहीं है. जिसे देश के दुश्मनों को चुन-चुनकर खत्म करने का अच्छा खासा अनुभव है। और इसमें इजरायली सैनिक कामयाब भी हो रहे हैं.

इजरायल के 28 दिन से जारी हमलों के बाद भी अगर हमास आतंकी जिंदा बचे हैं, तो इसकी सबसे बड़ी वजह गाजा पट्टी में सुरंगों का वो जाल है, जहां तक पहुंचना आसान नहीं है, इन्हीं सुरंगों में आतंकी छिपे हुए हैं और खुद को बचाने में कामयाब हो रहे हैं. लेकिन अब हमास आतंकियों के लिए मुश्किल होने लगी है.

शुक्रवार को गाजा में जमीनी कार्रवाई के दौरान इजरायल की सेना ने एक सुरंग को खोज निकाला. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि इसी सुरंग के छोर पर इजरायल के सैनिक मौजूद हैं। इस वीडियो को इजरायल Defence force ने अपने Social Media Account पर शेयर किया है.
- इजरायल की तरफ से दावा किया गया कि आतंकी इस सुरंग का इस्तेमाल खुद के लिए छिपने और हथियारों को रखने के लिए कर रहे थे. इसका एक छोर रिहाइशी इलाके में मिला तो दूसरा छोर जंगल के इलाके में निकल रहा था.
- ऐसी हज़ारों टनल का जाल आतंकियों ने पूरे गाजा पट्टी में बिछाया हुआ है, जिन्हें नष्ट करने का काम अब इजरायली सेना कर रही है. ताकि आतंकियों के लिए Safe House बनी सुरंगे नहीं रहेंगे, तो आतंकियों को खत्म करना आसान होगा.
- सुरंगों को हमास आतंकियों ने इसी दिन के लिए बनाया था, लेकिन जिस तैयारी के साथ इजरायल गाजा में घुसा है, जमीनी कार्रवाई कर रहा है. इसका अंदाजा शायद हमास को नहीं रहा होगा.

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