Hamas says Israel latest proposal does not meet their demands: 7 अक्टूबर को हमास के हमले के जवाब में इजरायल के सैन्य हमले ने गाजा को अकाल के कगार पर पहुंचा दिया है. मौत, भुखमरी, गोला-बम, बारूद और मिसाइलों के धुंए के साथ हजारों लोगों की जिंदगी दफन हो गई है. इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को छह महीने से अधिक हो गए हैं. इजरायली हवाई और जमीनी हमलों ने फिलिस्तीनी इलाके को तबाह कर दिया है.  शहर के चारों ओर मलबे और सड़ती लाशों के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हमास ने इजराइल की मांग ठुकराई
मंगलवार को हमास ने कहा कि इजराइल की हम नई मांग नहीं मान रहे हैं. इजरायल और हमास के बीच समझौता हो जाए इसके लिए 3 देश मिस्र, कतर और अमेरिका लगा हुआ है. हमास का कहना है कि इजराइल जिद्दी बना हुआ है. उधर इजरायल ने हमास से साफ शब्दों में कह दिया है कि बिना शर्त हमारे बंधकों को रिहा करो तभी हम हमला करना बंद करेंगे. उधर हमास का कहना है कि इजरायल हमला बंद करे और कैदियों को रिहा कर दे. 


जानें अब क्या निकलेगा रास्ता
काहिरा में सीआईए निदेशक बिल बर्न्स ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है. जिसमें 40 इजरायली बंधकों के बदले में अधिक संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की बात कही जा रही है. इस तरह तीन बार में 40-40 कैदियों की रिहाई के बदले  तीन-चरणीय युद्धविराम समझौते की बात कही जा रही है. अब देखना यह होगा कि क्या दोनों देशों के लोग इसे मानेंगे. 


यह भी पढ़ें- बदले की आग में मौत का तांडव कर रहा इजरायल; एक ही जिद- हमास को खत्म करके ही दम लेंगे


मौत के मंजर में मातम की मनाही
इजरायल और गाजा के बीच चल रहे जंग में (Israel Gaza War) से सबसे अधिक आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जंग का खौफ कुछ इस तरह है कि सड़कों पर  सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. खुद को सुरक्षित रखने के लिए लोग अपने घरों में छिपे रहने के लिए मजबूर हैं. पानी, बिजली, खाना, इलाज के बिना जिंदगी कितनी बदतर होगी. इसकी सिर्फ कल्पना की जा सकती है. लोग अपने लोगों का अंतिम संस्कार भी नहीं कर पा रहे हैं. एक दूसरे के दुख में शामिल होने की बात तो दूर,लाशें इतनी है कि सही से अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है. सबको भय है कब आसमान से बम बरसने लगे. 

इजराइल सैनिकों की वापसी
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली सेना ने खान यूनिस सहित दक्षिणी गाजा पट्टी से अपने जमीनी सैनिकों को वापस ले लिया है. सेना ने रविवार को एक बयान में कहा कि रविवार 7 अप्रैल को आईडीएफ के 98वें कमांडो डिवीजन ने खान यूनिस में अपना मिशन पूरा कर लिया है. 


33,175 लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर से अब तक 13,800 बच्चों सहित 33,175 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. जिनमें कम से कम 75,886 अन्य लोग घायल हुए हैं. हमास के 7 अक्टूबर के हमले में इज़राइल में मरने वालों की संख्या 1,139 हो गई है, जबकि दर्जनों अभी भी बंदी बनाए गए हैं. 


यह भी पढ़ें-  'मोसाद' की नहीं मान रहा हमास, अमेरिका की नहीं सुन रहा इजरायल, आफत में 10 लाख लोगों की जान


95 पत्रकारों की मौत
पत्रकारों की सुरक्षा करने वाली समिति का कहना है कि गाजा में जारी जंग में पत्रकारों को भी बहुत नुकसान हुआ है. सीपीजे(Committee to Protect Journalists) के रिकॉर्ड से पता चला है कि गाजा में कम से कम 5 अप्रैल तक 95 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए हैं. 


604 इजराइली सैनिकों की मौत
इज़रायली सेना के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 604 सैनिक मारे गए हैं, जिनमें से 260 सैनिकों की मौत जमीनी ऑपरेशन के दौरान हुई है. जब सारे सैनिक गाजा में जंग लड़ने जमीन पर उतर गए.  कम से कम 3,193 अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है. जंग युद्ध शुरू होने के वेस्ट बैंक में रहने वाले 7,350 से अधिक फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया गया है. 


इजरायल का दावा-  12,000 हमास लड़ाके मारे गए
इस जंग में हमास के कितने लोगों की मौत हुई है इस पर कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है. हमास ने संख्या बताने से इंकार कर दिया है. लेकिन इजराइल का दावा है कि उसने हमास के पांच ब्रिगेड कमांडरों और 20 बटालियन कमांडरों सहित 12,000 दुश्मन लड़ाकों को "खत्म" कर दिया है. 


इजराइल को नुकसान
आधिकारिक इज़रायली आंकड़ों के आधार पर एएफपी टैली के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1,170 इज़रायली और विदेशियों की मौत हो गई, जिनमें से अधिकांश इजरायल के नागरिक थे. इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हिंसा में 17 इजरायली सैनिक, निवासी और नागरिक लोगों की मौत हुई है. लेबनान से हिजबुल्लाह के रॉकेट और मिसाइल हमलों में उत्तर में आठ नागरिकों और 10 इजरायली सैनिकों की मौत हो गई है, जबकि हजारों लोग अपना घर छोड़ चले गए हैं. 


34 बंधकों की मौत, 129 की रिहाई बाकी
7 अक्टूबर को हमास द्वारा अगवा किए गए लगभग 250 इजरायली और विदेशी बंधकों में से 129 गाजा में रह गए हैं, जिनमें से सेना का कहना है कि 34 मर चुके हैं. 12 बंधकों के शव को इजरायल को लौटा दिए गए हैं.  इज़रायली सेना ने बताया कि 7 अक्टूबर से गाजा से इज़रायल में 9,100 रॉकेट दागे गए हैं. जिसके जवाब में इज़राइल का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से उसने गाजा में 32,000 जगहों पर टॉरगेट हमला किया है.


यह भी पढ़ें- Isreal- Gaza war: जंग के बीच लेबनान बन रहा था 'चौधरी', इजराइल ने एअर स्ट्राइक कर 1 मिनट में निकाल दी हेकड़ी


लेबनान और सीरिया
एएफपी टैली के अनुसार, अक्टूबर से इजरायली गोलीबारी में लेबनान में कम से कम 359 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर हिजबुल्लाह लड़ाके हैं, जबकि कम से कम 70 नागरिक भी मारे गए हैं. दोनों देशों के बीच जारी जंग की वजह से दक्षिणी लेबनान में हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं. जिसमें हमास और हिजबुल्लाह-सहयोगी अमल आंदोलन सहित लेबनान के अन्य समूहों के लड़ाके भी इसमें शामिल हैं. 


हिजबुल्लाह लड़ाकों की मौत
एएफपी टैली के अनुसार, सीरिया में इजरायली हमलों में कम से कम 23 हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए हैं, पिछले हफ्ते दमिश्क पर हमले में सात ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड मारे गए थे. इजराइल का कहना है कि उसने लेबनान में 1,400 हवाई,  तोपखाने, रॉकेट और टैंक से 3,300 जगहों पर हमला किया है. जबकि इजरायल सीमा पर लेबनान से 3,100 रॉकेट और सीरिया से 35 रॉकेट दागे गए हैं.