Italy Crisis: इटली के पीएम मारियो द्राघी ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दिया, लेकिन इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला ने इस्तीफे पर विचार करने से इनकार कर दिया. राष्ट्रपति भवन ने कहा, 'मेटेरेला का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और पीएम को बयान देने के लिए संसद में पेश होने के लिए आमंत्रित किया है.'
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Italy Prime Minister Mario Draghi Resignation: दुनिया के कई देश इन दिनों राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहे हैं. श्रीलंका और पाकिस्तान का संकट किसी से छिपा नहीं है. इस बीच इटली में भी राजनीतिक सरगर्मी अचानक तेज हो गई है. गुरुवार को इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति तक पहुंचा भी दिया, लेकिन इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मेटेरेला ने पीएम द्राघी के इस्तीफे को खारिज कर दिया और इस पर विचार करने से भी इनकार कर दिया. इस घटना ने लोगों को बहुत कुछ बताया. एक तरफ श्रीलंका है जहां गोटाबाया राजपक्षे ने लोगों की मांग के बाद भी अपनी कुर्सी बचाने की तमाम कोशिशें की, वहीं दूसरी तरफ द्राघी हैं जो इस्तीफा देना चाहते हैं लेकिन राष्ट्रपति इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
राष्ट्रपति ने इस्तीफा खारिज कर संसद में बुलाया
राष्ट्रपति की तरफ से इस्तीफा खारिज करने से पहले द्राघी ने अपने मंत्रिमंडल से कहा कि मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि आज मैं राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दूंगा. उन्होंने इसके बाद तय समय पर इस्तीफा सौंप भी दिया. लेकिन इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला ने इस्तीफे पर विचार करने से इनकार कर दिया. राष्ट्रपति भवन ने कहा, 'मेटेरेला ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और प्रधानमंत्री को बयान देने के लिए संसद में पेश होने के लिए आमंत्रित किया है.' स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अब द्राघी अगले सप्ताह संसद को संबोधित करेंगे. ऐसे में देखना होगा कि सत्ता में बने रहने के लिए वह जरूरी बहुमत साबित कर पाएंगे या नहीं.
इसलिए आया है ये संकट
दरअसल, द्राघी के इस्तीफा देने की नौबत देश में इसलिए आई, क्योंकि सरकार की सहयोगी पांच सितारा आंदोलन ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए विश्वास मत में भाग लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद ही द्राघी ने यह कदम उठाया था. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार चलाने के लिए जो जरूरी शर्तें और सीट चाहिए वो अब हमारे पास नहीं है. ऐसे में आज शाम मैं राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दूंगा. रिपोर्ट के मुताबिक, गठबंधन में दरार की वजह फाइव स्टार मूवमेंट पार्टी के नेता ग्यूसेप कोंटे द्वारा परिवारों और व्यवसायों के लिए सरकार के £19.5 बिलियन के आर्थिक सहायता पैकेज का समर्थन न करना है.
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