छह साल पहले 9.0 तीव्रता के भूकंप के कारण रिएक्टर की कूलिंग सिस्टम में पानी भर गया था जिसके कारण पूर्वी जापान में स्थित संयंत्र के तीन कूलिंग सिस्टम परमाणु हादसे का शिकार हो गये थे.
Trending Photos
तोक्यो: जापान की एक अदालत ने शुक्रवार (22 सितंबर) को एक फैसले में कहा कि वर्ष 2011 में हुए फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना के लिये संयंत्र का संचालक जिम्मेदार है ना कि सरकार. अदालत ने संयंत्र ऑपरेटर को नुकसान की भरपाई के लिये मुआवजा देने का आदेश दिया. तोक्यो के निकट चिबा में जिला अदालत ने कहा कि सरकार इसका ‘‘पूर्वानुमान’’ लगाने में सक्षम थी, लेकिन वह सुनामी के चलते ‘‘दुर्घटना से बचने में सक्षम नहीं हो सकती है.’’ गौरतलब है कि सुनामी के कारण फुकुशिमा दाइची बिजली संयंत्र बुरी तरह तबाह हो गया था.
छह साल पहले 9.0 तीव्रता के भूकंप के कारण रिएक्टर की कूलिंग सिस्टम में पानी भर गया था जिसके कारण पूर्वी जापान में स्थित संयंत्र के तीन कूलिंग सिस्टम परमाणु हादसे का शिकार हो गये थे. चिबा अदालत के न्यायाधीश मसारु साकामोतो ने मुआवजे की अदायगी के 42 लोगों के दावे को ठुकरा दिया.
बहरहाल अदालत ने ऑपरेटर तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर को. (टेपको) को 37.6 करोड़ येन (33 लाख डॉलर) का भुगतान करने का निर्देश दिया जो कि दावे के रूप में मांगी गयी 2.8 अरब येन से बहुत कम है. सुनवाई इसी बात के इर्द गिर्द केंद्रित रहे कि दुर्घटना रोकथाम के उपाय के लिये जिम्मेदार टेपको और सरकार क्या सुनामी के स्तर का पूर्वानुमान लगा सकते हैं.