Love Better: ब्रेकअप में रोते हुए युवाओं के लिए आई 33 करोड़ की स्कीम! जानिए इस योजना की दिलचस्प बातें
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Love Better: ब्रेकअप में रोते हुए युवाओं के लिए आई 33 करोड़ की स्कीम! जानिए इस योजना की दिलचस्प बातें

Love Better campaign latest update: ब्रेकअप के दर्द से जूझ रहे युवाओं को उनके खराब मेंटल स्टेट से बाहर निकालने के लिए न्यूजीलैंड सरकार ने एक अनोखी पहल की है जिसका नाम 'लव बेटर कैंपेन' रखा गया है. इस कैंपेन के जरिए उन युवाओं की भी मदद की जाएगी जो घरेलू हिंसा के शिकार हैं.

 

फाइल फोटो

Launched A Unique Love Better Campaign: इंसानों के इमोशन उसे बाकी जीवों से अलग बनाते हैं. प्यार इन्हीं इमोशन्स का एक हिस्सा है. जब प्यार होता है तब इंसान बहुत खुश होता है और जब रिश्ता टूटता है तब उससे उतना ही दुख होता है. इसी दुख के कारण कई लोगों की मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है. इसी तरह के ब्रेकअप के दर्द से बाहर निकालने के लिए लव बेटर कैंपेन (Love Better campaign) की शुरुआत की गई है. बता दें कि इस कैंपेन का बजट 3 साल में करीब 33 करोड़ रुपये रखा गया है यानी हर एक साल में इसमें करीब 11 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस योजना को फिलहाल न्यूजीलैंड (New Zealand) में लॉन्च में किया गया है जिसे भारतीय मूल की सहयोगी मंत्री, प्रियंका राधाकृष्णन (Ms Priyanka Radhakrishnan) ने हरी झंडी दिखाई है.

क्या है इस योजना का मकसद?

द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस योजना का असल मकसद ब्रेकअप के बाद दर्द से जूझ रहे लोगों को इस विकट स्थिति से बाहर निकालना है. इसके अलावा परिवारों में होने वाली हिंसा पर लगाम लगाना है. इस योजना को खासकर युवाओं को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया है. इसके तहत उन्हें बताया जाएगा कि ब्रेकअप के बाद क्या करें और अपने मेंटल हेल्थ को किस तरीके से ठीक रखें. इस अभियान के जरिए लोगों को इमोशनल फ्लकचुएशन से डील करने के नुस्खे बताए जाएंगे.

कितना आएगा खर्च ?

आपको बता दें कि इस योजना के लिए न्यूजीलैंड सरकार ने बकायदा 33 करोड़ का बड़ा बजट भी बनाया है जो तीन सालों में खर्च किया जाएगा. प्रियंका राधाकृष्णन ने बुधवार को इसे लॉन्च करते हुए कहा कि लव बेटर कैंपेन उन युवाओं की मेंटल स्टेट को ठीक करने में मदद करेगा जो ब्रेकअप या घरेलू हिंसा जैसी परेशानियों से जूझ रहे हैं. इस स्कीम का फोकस क्रिएटिव अप्रोच के जरिए युवाओं के भविष्य को सुधारने पर होगा.

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