India-Maldives Relations: मालदीव के विदेश मंत्री पहुंचे भारत, तनावपूर्ण संबंधों के बीच मजबूत साझेदारी कायम करने की कोशिश
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India-Maldives Relations: मालदीव के विदेश मंत्री पहुंचे भारत, तनावपूर्ण संबंधों के बीच मजबूत साझेदारी कायम करने की कोशिश

India-Maldives: दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आने के बाद से मालदीव से यह पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है. नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री जमीर की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है.’

India-Maldives Relations: मालदीव के विदेश मंत्री पहुंचे भारत, तनावपूर्ण संबंधों के बीच मजबूत साझेदारी कायम करने की कोशिश

Maldives Foreign Minister India Visit: मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर अपनी पहली द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को दिल्ली पहुंचे. दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आने के बाद से मालदीव से यह पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के करीब छह महीने पहले पदभार संभालने के बाद से दोनों देशों के संबंध खासे तनावपूर्ण हो गए हैं.

नई दिल्ली पहुंच कर जमीर ने एक्स पर लिखा, 'भारत की अपनी पहली द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचा! सार्थक चर्चा, संबंधों को मजबूत करने और भारत की जीवंत संस्कृति का अनुभव करने के लिए उत्सुक हूं.'

एस जयशंकर से मिलेंगे मूसा जमीर
इससे पहले नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था, ‘मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और विदेश मंत्री जमीर की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है.’

जमीर अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे. भारत के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने जमीर ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘अपने समकक्ष विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मिलने तथा दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए मालदीव और भारत के बीच सहयोग को प्रगाढ़ करने एवं आगे बढ़ाने पर चर्चा के लिए उत्सुक हूं.’ पदभार संभालने के बाद से विदेश मंत्री जमीर की यह पहली आधिकारिक यात्रा है.

भारत-मालदीव के बीच तनाव पूर्ण संबंध
बता दें पिछले कुछ समय से भारत-मालदीव हैं संबंध खास कुछ खास नहीं रहे हैं. राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव में तीन एविएशन प्लेटफॉर्म का ऑपरेशन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी पर जोर दिया है. इस मुद्दे को उन्होंने अपनी पार्टी का मुख्य चुनाव अभियान था.

राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने देश से सभी भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा निर्धारित की है. इस बीच भारत ने अपने ज्यादातर सैन्यकर्मियों को वापस बुला लिया है.

चीन के समर्थक माने जाते हैं मुइज्जू
मुइज्जू को चीन के करीब माना जाता है. उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में भारत समर्थक इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराकर राष्ट्रपति पद हासिल किया था.  जनवरी में उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक के बाद मालदीव के बुनियादी ढांचे की सहायता के लिए 20 समझौतों के अलावा दोनों देशों ने ‘व्यापक रणनीतिक सहकारी साझेदारी’ पर हस्ताक्षर किए थे.

संसदीय चुनाव में मुइज्जू की पार्टी की बड़ी जीत
पिछले महीने मुइज्जू की पार्टी पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) ने मालदीव के संसदीय चुनाव में प्रंचड बहुमत हासिल किया. उनकी पार्टी पार्टी पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) ने चुनाव में 93 में से 68 सीट पर जीत हासिल की जबकि उसके गठबंधन सहयोगियों मालदीव नेशनल पार्टी (एमएनपी) ने एक और मालदीव डेवलपमेंट अलायंस (एमडीए) ने दो सीट जीतीं.

इस तरह पीएनसी और उसके सहयोगी दलों को संसद में दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल हुआ है और संविधान में संशोधन का अधिकार मिल गया है.

(Photo courtesy: @MoosaZameer)

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