Mecca-Madina में आसमानी कयामत...सैलाब में डूबे मकान-दुकान-सड़कें, रेगिस्तानी शहर का क्यों हुआ ऐसा हाल?
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Mecca-Madina में आसमानी कयामत...सैलाब में डूबे मकान-दुकान-सड़कें, रेगिस्तानी शहर का क्यों हुआ ऐसा हाल?

Mecca-Madina Rain: सऊदी अरब जो एक रेगिस्तानी इलाका है जहां दूर-दूर तक रेत का समंदर दिखता है वहां अब रेत का नहीं बल्कि सैलाब का सितम दिखाई दे रहा है. जहां तक नज़र जा रही है वहां तक सिर्फ और सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रहा है. पूरा का पूरा शहर पानी में डूबा दिखाई दे रहा है.

Mecca-Madina में आसमानी कयामत...सैलाब में डूबे मकान-दुकान-सड़कें, रेगिस्तानी शहर का क्यों हुआ ऐसा हाल?

Flood in Mecca-Madina: मुस्लिमों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मक्का में क्या कयामत आने वाली है? ये सवाल इसलिए क्योंकि रेत के समंदर में सैलाब आ गया है. मुस्लिमों की सबसे पाक जगह पानी में डूबती दिख रही है. मक्का-मदीना में आसमान से ऐसी आफत बरस रही है कि पूरे इलाके में बाढ़ के हालात दिख रहे हैं. मकान- दुकान, सड़कें सब सैलाब में समा गई हैं. इतनी भीषण बारिश हुई कि लगा कहीं कयामत तो नहीं आने वाली.

दूर-दूर तक दिखता है रेगिस्तान

सऊदी अरब जो एक रेगिस्तानी इलाका है जहां दूर-दूर तक रेत का समंदर दिखता है वहां अब रेत का नहीं बल्कि सैलाब का सितम दिखाई दे रहा है. जहां तक नज़र जा रही है वहां तक सिर्फ और सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रहा है. पूरा का पूरा शहर पानी में डूबा दिखाई दे रहा है, लोगों के होश उड़े हैं. मकान, दुकान, खेत-खलिहान सब के सब पानी में समा गए, जो भी इस सैलाब के सामने आया वो एक पल भी टिका नहीं और पानी के साथ बहता चला गया.

मक्का मुस्लिमों की सबसे पवित्र जगह है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वहां जाने से जन्म-जन्मातंर के सारे पाप कट जाते हैं, अल्लाह की रहमत हासिल होती है उसे एक तरह से अल्लाह की जगह माना जाता है. लेकिन अब उसी जगह पर कुदरत का कहर नज़र आ रहा है, कभी भीषण गर्मी से लोगों की जान जा रही है तो कही सैलाब लोगों पर सितम बनकर टूट रहा है, सवाल ये कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.

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मुस्लिम जानकार बोले- ये कयामत की निशानी

मुस्लिम जानकारों से जब ज़ी मीडिया की टीम ने इस मुद्दे पर बात की तो सभी ने इसे कयामत की निशानी बताया. मुस्लिम जानकारों ने दावा किया लोगों का गुनाह इतना बढ़ गया है कि इससे अल्लाह नाराज हैं और इसी नाराज़गी की वजह से सैलाब सितम बनकर टूट रहा है.

जहां कभी बारिश नहीं होती वहां आसमान से बिजली गिरना, सैलाब का आना लोगों के डर का कारण है. सवाल ये कि अगर अल्लाह की नाराज़गी से कयामत आ रही है तो क्या इसे रोका जा सकता है.

मुस्लिम जानकारों के मुताबिक मक्का मदीना में सैलाब कमायत की निशानी ज़रूर है लेकिन इससे पहले वहां हरियाली भी होगी, नहरें बहेंगी और लोगों पर जमकर दौलत की बरसात होगी.

आखिर क्या है इसकी वजह?

इस्लामिक जानकार भले ही मक्का मदीना में आई बाढ़ को कयामत की निशानी बता रहे हों लेकिन वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो जानकारों के मुताबिक इस बारिश और बाढ़ की बड़ी वजह है:-

  • मौसम में लगातार हो रहा बदलाव.

  • अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चलने वाली हवाएं.

  • इससे एंटी क्लॉकवाइज हवाएं पैदा होती हैं, जिसे एंटी-साइक्लोन कहा जाता है.

  • इससे गर्म अरब सागर में नमी बनी और इसकी वजह से वहां भारी बारिश हुई.

वहीं पानी भरने की दूसरी बड़ी वजह है ड्रेनेज सिस्टम. वहां इससे पहले कभी इतनी बारिश नहीं हुई जिससे बाढ़ के हालात बने लिहाज़ा शहरों का निर्माण इस तरीके से नहीं हुआ कि पानी की निकासी की सही व्यवस्था हो. यही वजह है कि पानी निकल नहीं पाता और पूरा का पूरा इलाका पानी में डूब जाता है.

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