चीन के सामानों की तरह उसकी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर भी दुनिया के देश भरोसा नहीं कर पा रहे हैं. यहां तक कि उसके भरोसेमंद दोस्त नेपाल (Nepal) ने भी इस मामले में उसका हाथ झटक दिया है.
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काठमांडू: नेपाल (Nepal) के पीएम केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) बेशक चीन को अपने देश का भरोसेमंद दोस्त करार देते हों और उसकी शान में कसीदे पढ़ते हों. लेकिन चीन की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर वे भी भरोसा नहीं करते हैं.
नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) और उनकी पत्नी राधिका शाक्य ने रविवार की सुबह त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में जाकर ‘कोविशील्ड’ (Covishield) का टीका लगवाया. इस कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने मिलकर विकसित किया है. भारत का सीरम इंस्टीट्यूट इस कोरोना टीके का उत्पादन कर रहा है.
I thank Prime Minister Shri @narendramodi ji as well as the Government and people of India for the generous grant of one million doses of COVID vaccine to Nepal at this critical time when India is rolling out vaccination for it's own people. pic.twitter.com/uO7qQpLiSx
— K P Sharma Oli (@kpsharmaoli) January 21, 2021
‘कोविशील्ड’ का टीका लगवाने के बाद केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने इसे लोगों के लिए सुरक्षित करार दिया. उन्होंने देश के 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों से आग्रह किया कि वे भी इस टीके को लगवाने के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि यह टीका सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है. उनके साथ ही नेपाल (Nepal) के वित्त मंत्री विष्णु पौडेल, स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी और विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने भी ‘कोविशील्ड’ (Covishield) का टीका लगवाया.
बता दें कि भारत कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का निर्माण करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. फिलहाल पुणे के सीरम इंस्टिटयूट और हैदराबाद के भारत बायोटेक में कोरोना वैक्सीन का निर्माण हो रहा है. इन दोनों कंपनियों में तैयार टीकों की कीमत दुनिया में सबसे कम और असर बेहतरीन है. यही वजह है कि ब्रिटेन जैसे देश ने भी भारत को कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है.
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भारत कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का निर्यात करने के साथ ही विकासशील और निर्धन देशों को उसकी निशुल्क आपूर्ति भी कर रहा है. इसके लिए भारत ने 'वैक्सीन मैत्री' नाम का अभियान शुरू किया है. इसके तहत विदेश मंत्रालय मित्र देशों को कोरोना वैक्सीन की फ्री सप्लाई कर रहा है. नेपाल (Nepal) को भी भारत ने कोरोना वैक्सीन के 10 लाख टीके निशुल्क उपहार दिए हैं. चीन ने भी नेपाल को 5 लाख टीके भेजे हैं लेकिन उनकी क्षमता पर नेपाल में शक जताया जा रहा है. इसलिए पीएम ओली और उनके मंत्रियों ने चीन के बजाय भारतीय टीकों को लगवाना उचित समझा.
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