अंतरिक्ष में नए युग का आगाज, निजी कंपनी SpaceX का स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर हुआ रवाना
Advertisement
trendingNow1688881

अंतरिक्ष में नए युग का आगाज, निजी कंपनी SpaceX का स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर हुआ रवाना

 निजी कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का स्पेसक्राफ्ट अमेरिका के जॉन एफ केनेडी स्पेस सेंटर से नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस सेंटर के लिए रवाना हो गया है.

30 मई की तारीख अंतरिक्ष के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है.

वाशिंगटन :  30 मई की तारीख अंतरिक्ष के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है. निजी कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का स्पेसक्राफ्ट (क्रू ड्रैगन)अमेरिका के जॉन एफ केनेडी स्पेस सेंटर से नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस सेंटर के लिए रवाना हो गया है. अंतरिक्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार है, जब किसी निजी कंपनी का स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आर्बिट में जा रहा है.

  1. स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में रचा इतिहास
  2. नौ साल बाद अमेरिका की धरती से अंतरिक्षयात्री स्पेस में भेजे गए 
  3. यह मिशन स्पेस एक्स के फाउंडर एलन मस्क का ड्रीम प्रोजेक्ट है

स्पेसक्राफ्ट की लांचिंग अमेरिका के समयानुसार शनिवार दिन में 3 बजकर 22 मिनट पर यानी भारतीय समयानुसार शनिवार आधी रात के बाद बारह बजकर 52 मिनट पर हुई. इसके अंदर दो अंतरिक्ष यात्रियों की इंटरनेशनल स्पेस सेंटर तक पहुंचने की जर्नी 19 घंटे की है. इस मिशन ने कॉमर्शियल स्पेस फ्लाइट की दिशा में नए युग की शुरुआत कर दी है. यह मिशन अंतरिक्ष की व्यावसायिक यात्राओं की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. इस मिशन की खास बात यह भी है कि नौ साल बाद अमेरिका की धरती से अंतरिक्षयात्रियों को स्पेस में भेजा गया है. इस मिशन को लॉन्च अमेरिका नाम दिया गया.

इससे तीन दिन पहले मौसम के साथ ना देने की वजह से नासा ने इसकी लॉन्चिंग टाल दी थी.  बारिश, बादलों और आसमान में बिजली चमकने की वजह से इस मिशन को लॉन्चिंग से 17 मिनट पहले रोकना पड़ा था. तूफानी मौसम की वजह से वातावरण इतना खराब था कि नासा के दो अंतरिक्षयात्रियों डग हर्ले और बॉब बेनकेन खतरे में पड़ सकते थे. नासा एडमिनिस्ट्रेशन मिशन को टालते हुए कहा था कि हमारे क्रू मेंबर की सुरक्षा उच्च प्राथमिकता में है. 

अंतरिक्षयान को उसी जगह से लॉन्च किया गया, जहां से पचास साल पहले अपोलो मून मिशन लॉन्च किया गया था. यह मिशन स्पेस एक्स के फाउंडर एलन मस्क का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

ये भी देखें...

शनिवार को  स्पेसएक्स का फॉल्कन 9 रॉकेट डग हर्ले और बॉब बेनकेन को लेकर रवाना हुआ. इस मिशन का गवाह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप और मेलानिया ट्रंप भी बने. डोनॉल्ड ट्रंप ने नासा, एलन मस्क और अंतरिक्ष यात्रियों को बधाई देते हुए कहा कि अमेरिका के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है. मुझे अमेरिका के लोगों पर गर्व है. यह अविश्वसनीय है, जब आप इसकी आवाज सुनते हैं तो यह दहाड़ने जैसी लगती है. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितना खतरनाक काम है. इससे देश को प्रेरणा मिलेगी. हमारा देश अच्छा कर रहा है. कोरोना वायरस की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इस समय हम कठिनाइयों से जूझ रहे हैं.

एलन मस्क ने कहा कि सभी का, मेरा और स्पेसएक्स का सपना सच हो गया है. यह अविश्वसनीय और अद्भुत कार्य है. वहीं नासा ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हो गई है.

इसकी लॉन्चिंग उस समय की गई जब कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका बेहाल है. कोरोना ने अमेरिका में करीब एक लाख लोगों की जान ले ली है. और अमेरिका की अर्थव्यवस्था को घुटनों पर ला दिया है. ऐसे में यह मिशन लोगों में आशा का संचार करेगा. इस मिशन के जरिये नासा ने यह संदेश दे दिया है कि बड़ी से बड़ी महामारी मानव के जज्बे और हौसले को नहीं तोड़ सकती है. 

(इनपुट : पीटीआई)

Trending news