वाशिंगटन : अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की ओर से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की हत्या की कोशिश किए जाने के बाद से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनाव निरंतर गहराता ही जा रहा है. जो उत्तर कोरिया अभी तक बचाव की मुद्रा में था, अब वह खुलेआम अमेरिका पर हमला करने की तैयारी में है. 


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EMP हथियारों से हमला कर सकता है उत्तर कोरिया


अमेरिकी विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि उत्तर कोरिया अमेरिका पर इलेक्ट्रोमैगनेटिक पल्स पल्स हथियार (EMP वैपन स्ट्राइक) से हमला कर सकता है. इसके लिए वह पूरी तैयारी कर रहा है. उत्तर कोरिया के दो सैटेलाइट अंतरिक्ष से अमेरिका पर पूरी तरह से निगाह रखे हुए हैं, जिनको उसने साल 2012 और 2016 में लांच किया था. 


उत्तर कोरिया के सैटेलाइट महज 94 मिनट में पृथ्वी का चक्कर लगा लेते हैं. उत्तर कोरिया गुपचुप तरीके से अंतरिक्ष में हाई एल्टीट्यूड परमाणु हथियारों से विस्फोट करके अमेरिका पर साइबर हमला कर सकता है. इसके लिए वह अपनी क्षमता को तेजी से बढ़ा रहा है. सीआईए की ओर से तानाशाह की हत्या करने की कोशिश किए जाने के बाद से उत्तर कोरिया बौखलाया हुआ है


साइबर हमले से तबाह हो जाएगा अमेरिका


अमेरिका पूरी तरह से साइबर पर टिका हुआ है. अमेरिका की होमलैंड सिक्युरिटी और नेशनल EMP टास्क फोर्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. पीटर विनसेंट प्राई ने चेताया कि उत्तर कोरिया अपने सैटेलाइट को न्यूक्लियर मिसाइल में तब्दील करने की कोशिश में है. खास बात यह है कि उत्तर कोरिया के सैटेलाइट अमेरिकी आसमान में घूम रहे हैं. प्राई ने कहा कि अगर अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर हमला करने की कोशिश की तो तानाशाह किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है. उत्तर कोरियाई तानाशाह अमेरिकी संचार उपकरणों को खत्म कर सकता है.


क्या है EMP वैपन स्ट्राइक? 


EMP स्ट्राइक यानी इलेक्ट्रोमैगनेटिक पल्स वैपन हमला दुश्मन के संचार उपकरणों को तबाह करने के लिए किया जाता है. अगर उत्तर कोरिया अमेरिका पर साइबर हमला करता है, तो उसका इलेक्ट्रॉनिक ग्रिड खत्म हो जाएगा. आज अमेरिका पूरी तरह से साइबर तकनीकी पर निर्भर है. उत्तर कोरिया के इस कदम ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है.