Imran Khan's PTI Protest: पाकिस्तान में जनता ने भले ही जनादेश दे दिया हो, लेकिन इस आदेश पर अब तक फौज की मुहर नहीं लग पाई है और इसी के विरोध में अब जनता सड़कों पर निकलने लगी है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वोटों की गिनती में देरी कर नतीजों को प्रभावित किए गए.
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Pakistan Election Results 2024 Live Update: पाकिस्तान चुनाव में मियां नवाज शरीफ भले ही इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों से पिछड़ गए हों, लेकिन उनकी पार्टी PMLN सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. इसलिए नवाज शरीफ ने गठबंधन के लिए जोर आजमाइश तेज कर दी है. पाकिस्तान के इस पूरे सियासी समीकरण में बिलावल भुट्टो किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं. बिलावल की पीपीपी के गठबंधन के बिना सत्ता के तख्त पर आसीन होने के नवाज के सपने टूट सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक इस बार बिलावल भुट्टो किंगमेकर की बजाय किंग की भूमिका में आना चाहते हैं.
सभी 265 सीटों पर मतगणना हुई पूरी
पाकिस्तान की सभी 265 सीटों पर मतगणना पूरी हो गई है. इमरान खान की PTI समर्थित 101 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. वहीं, नवाज की PMLN को 75 सीट और बिलावल भुट्टो की PPP को 54 सीट मिली है. इसके बाद चौथे नंबर अलताफ हुसैन की MQM-P है, जिसके पास 17 सीटें हैं. इसके अलावा जेयूआई को 4, पीएमएलक्यू को 3, आईपीपी को 2, बीएनपी को 2, एमडब्ल्यूएम को 1, पीएमएलजेड को 1, पीएनएपी को 1, बीएपी 1, एनपी 1 और पीकेएमएपी 1 सीट मिली है. बता दें कि नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है, लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था. अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं. नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट चाहिए.
फौज के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन
पाकिस्तान में जनता ने भले ही जनादेश दे दिया हो, लेकिन इस आदेश पर अब तक फौज की मुहर नहीं लग पाई है और इसी के विरोध में अब जनता सड़कों पर निकलने लगी है. कराची समेत पूरे पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के खिलाफ अवाम सड़कों पर उतर गई है. कोई पूर्व पीएम इमरान खान के पोस्टर थामे नजर आया तो कोई फौज और नवाज के विरोध में स्वर बुलंद किए हुए है.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वोटों की गिनती में देरी कर नतीजों को प्रभावित किए गए. प्रदर्शनकारियों की इन दलीलों को दम भी मिल रहा है, क्योंकि शुरुआती रूझानों में इमरान समर्थक उम्मीदवार लैंडस्लाइड विक्ट्री की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन फिर वोटों की गिनती में देरी हुई और इमरान समर्थक बहुमत के आंकड़े से काफी पहले पिछड़ गए. जनता के फौज के खिलाफ जनादेश देने के बावजूद पाकिस्तान में नवाज की ताजपोशी तय मानी जा रही है और अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही जनता सड़कों पर हल्ला बोल रही है.