Pakistan News: पाकिस्तान में विद्रोह की आहट? शहबाज सरकार की इस हरकत से लोगों में तेज हुई बगावत की चिंगारी
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Pakistan News: पाकिस्तान में विद्रोह की आहट? शहबाज सरकार की इस हरकत से लोगों में तेज हुई बगावत की चिंगारी

Pakistan News in Hindi: पाकिस्तान में एक बार फिर 'पेट्रोल बम' फूट गया है. शहबाज शरीफ सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में भारी बढ़ोतरी कर दी है, जिससे जनता कराह उठी है. 

Pakistan News: पाकिस्तान में विद्रोह की आहट? शहबाज सरकार की इस हरकत से लोगों में तेज हुई बगावत की चिंगारी

Petrol Diesel Price in Pakistan Latest: पाकिस्तान की जनता को एक बार फिर शहबाज सरकार ने महंगाई का झटका दिया. पाकिस्तान की सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी इज़ाफ़ा कर दिया है. सरकार ने एक जुलाई को ही बढ़ी हुई कीमतों को लागू कर दिया है. 

पाकिस्तान सरकार के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतें अगले 15 दिनों तक लागू रहेंगी. पेट्रोल की कीमतों में 7.45 रुपये का इज़ाफा किया गया, जिसके बाद अब पाकिस्तान में पेट्रोल 265 रुपए 61 पैसे प्रति लीटर के भाव से विकेगा. वहीं डीजल की कीमतों में 9 रुपए 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद अब पाकिस्तान में डीजल की कीमत 277 रुपए 49 पैसे प्रति लीटर हो गया है. 

'परिवार को क्या खिलाऊंगा'

तेल की कीमतों में हुई इस बढोतरी से पाकिस्तान की जनता कराह उठी है. पाकिस्तान के एक नागरिक ने कहा कि महीने की तनख्वाह 12 हजार रुपए है, जिसमें से 400 रुपये रोजाना पेट्रोल खरीदने में खर्च हो रहा है. ऐसे में पूरी तनख्वाह तो पेट्रोल में ही खर्च हो जाएगी, फिर परिवार को मैं क्या खिलाऊंगा. 

शहबाज सरकार पर बरसते हुए एक दूसरे नागरिक ने कहा, यही सीन है पेट्रोल का, कभी बढ़ाते हैं, कभी कम करते हैं, अवाम को बस ऐसे ही पागल बनाते रहते हैं. अपनी सरकार पर भड़कते हुए नागरिक ने कहा, जिस मुल्क के हुक्मरान ही चोर होंगे, वो तो पैसे बढ़ाएगी ही ना. 

शहबाज सरकार पर भड़की पब्लिक

पेट्रोल डीज़ल के दाम बढ़ने के बाद जहां पाकिस्तान की अवाम गुस्से में दिखी, तो वहीं शहबाज़ सरकार ने ये कहते हुए पल्ला झाड़ने की कोशिश की, कि ईद के पहले पाकिस्तान में चार बार पेट्रोल की कीमतों में कटौती की गई थी. 

आर्थिक संकट में फंसा हुआ है PAK

बताते चलें कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार आर्थिक संकट में धंसा हुआ है. उस पर विदेशी कर्ज इतना हो चुका है कि उसे चुकाने के लिए वह हर बार नया कर्ज लेता है. इस बार उसे दूसरे देशों से कर्ज नहीं मिला तो उसने IMF के आगे झोली फैलाई. जिसने लोन देने पर तो सहमति जता दी लेकिन उसे करों की दर बढ़ाने का भी फरमान सुना दिया. इस फरमान को मानते हुए शहबाज सरकार पर अब लगातार टैक्स बढ़ाती जा रही है, जिसने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है. 

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