Pakistan: आसिफ अली जरदारी ने राष्‍ट्रपति बनने के बाद छोड़ी अपनी सीट, भुट्टो परिवार के नए सदस्‍य की होगी राजनीति में एंट्री
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Pakistan: आसिफ अली जरदारी ने राष्‍ट्रपति बनने के बाद छोड़ी अपनी सीट, भुट्टो परिवार के नए सदस्‍य की होगी राजनीति में एंट्री

Aseefa Bhutto: आसिफा भुट्टो ने रविवार को सिंध प्रांत में NA-207 निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. NA-207 सीट उनके पिता आसिफ अली जरदारी ने जीती थी, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने इसे खाली कर दिया. 

Pakistan: आसिफ अली जरदारी ने राष्‍ट्रपति बनने के बाद छोड़ी अपनी सीट, भुट्टो परिवार के नए सदस्‍य की होगी राजनीति में एंट्री

Aseefa Bhutto Files Nomination For By-Polls: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी (Asif Ali Zardari) की सबसे छोटी बेटी आसिफा भुट्टो जरदारी (Aseefa Bhutto Zardari) ने औपचारिक रूप से राजनीति में एंट्री कर ली है. उन्होंने अपने पिता द्वारा खाली की गई नेशनल असेंबली सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है.

आसिफा ने रविवार को सिंध प्रांत में NA-207 निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. NA-207 सीट उनके पिता आसिफ अली जरदारी ने जीती थी, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने इसे खाली कर दिया.

पीपीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'बीबी आसिफा भुट्टो जरदारी नवाबशाह में रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय पहुंचीं और नामांकन फॉर्म जमा किया.'

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एआरवाई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रपति जरदारी आसिफा को देश की फर्स्ट लेडी नियुक्त करेंगे. यह पहली बार होगा कि एक बेटी फर्स्ट लेडी के रूप में काम करेगी. बता दें यह पद पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति की पत्नी को दिया जाता है.

पीपीपी के चुनाव प्रचार में रहीं एक्टिव
आसिफा ने 8 फरवरी को हुए आम चुनावों के लिए पार्टी के चुनावी अभियान में एक्टिव रूप से शामिल रहीं. उन्हें पार्टी की विभिन्न रैलियों का नेतृत्व करते देखा गया था. चुनाव प्रचार में उनकी सक्रियता देख उनकी राजनीति में आने की काफी अटकलें लगाई जा रही थीं.

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आसिफा की मां, बेनजीर भुट्टो जरदारी, पाकिस्तान की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रही हैं. 2007 में रावलपिंडी में एक बम विस्फोट और आत्मघाती हमले में उनकी हत्या कर दी गई थी.

आसिफा के भाई बिलावल पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सरकार में पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं. यह सरकार अप्रैल 2022 में इमरान खान के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बनी थी. हालांकि, इस बार पीपीपी ने शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार को बाहर से समर्थन देने और सरकार का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है.

10 मार्च को दूसरी बार राष्ट्रपति बने जरदारी
इससे पहले, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ जरदारी ने 10 मार्च को पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.

सैन्य प्रमुखों को छोड़कर जरदारी एकमात्र नागरिक उम्मीदवार हैं जिन्हें दूसरी बार राष्ट्र प्रमुख चुना गया है। इससे पहले, वह 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे थे.

(Photo courtesy-@MediaCellPPP)

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