Miftah ismail tweet: पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री ने भारत के IT सेक्टर की जमकर तारीफ कर दी है. अगर आप भी उनकी बात पड़ेंगे तो प्राउड फील करेंगे. आइए जानते हैं क्या कहा उन्होंने?
Trending Photos
India IT Sector: 21वीं सदी में भारत की IT इंडस्ट्री का लोहा पूरी दुनिया मान रही है. यही वजह है कि दुनिया के हर कोने में इंडियन IT प्रोफेशनल्स देखने को मिलते हैं. अब तो पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने भी इस मामले को लेकर भारत की तारीफ कर दी है. वे कहते हैं कि भारत के पास IIT और कई महान विश्ववविद्यालय हैं. दरअसल, ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा था कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है तो उसके लिए IT सेक्टर सबसे अच्छा तरीका है, आइए जानते हैं पाकिस्तान के वित्त मंत्री क्या कहते हैं?
पाकिस्तानी यूजर ने क्या कहा?
Because they have IITs and other great universities and we don’t. Also because of the law and order problem in Pakistan foreigners don’t invest in Pak and don’t buy back office services from Pak.
— Miftah Ismail (@MiftahIsmail) February 5, 2023
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा था कि अगर हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है तो उसके लिए सबसे अच्छा तरीका IT सेक्टर है. 1990 के दौरान भारत में बड़े बदलाव हुए और आज वह IT सेक्टर का दिग्गज बन चुका है. एक अनुमान के मुताबिक, 2025 तक भारत की अर्थव्यवस्था में 10% योगदान IT सेक्टर का है और हमारा IT सेक्टर देश की GDP में सिर्फ 1% का ही योगदान क्यों देता है?' इसके जवाब में पूर्व मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने ऐसा जवाब दे दिया, जिसे सुन कर आप भी प्राउड फील करेंगे.
ये मिला जवाब
पाकिस्तान के वित्त मंत्री रह चुके मिफ्ताह इस्माइल ने भारत के IT सेक्टर की तारीफ की. उन्होंने भारतीय शिक्षण संस्थानों के आगे बढ़ने पर कहा कि 'भारत का IT सेक्टर इसलिए आगे है, क्योंकि वहां पर IIT और कई महान विश्ववविद्यालय है और ये हमारे पास नहीं. इसके अलावा वे कहते हैं कि हमारे देश की खराब कानून व्यवस्था की वजह से पाकिस्तान में कोई विदेशी निवेश नहीं होता है और न ही कोई सर्विस से जुड़े ऑफिस खुलते हैं. भारत में IT सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसमें डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, इंजीनयरिंग सर्विस और क्लाउड कंप्यूटिंग सहित कई चीजें शामिल हैं.
भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं