शशिकपूर की याद में पाकिस्तान के पेशावर में निकला गया कैंडल मार्च
Advertisement
trendingNow1355908

शशिकपूर की याद में पाकिस्तान के पेशावर में निकला गया कैंडल मार्च

ऐतिहासिक कैसर खवानी बाजार के करीब स्थित दिग्गज अभिनेता शशि कपूर के पैतृक घर के बाहर बुधवार को मोमबत्ती जुलूस आयोजित किया गया. ख़ैबर-पख्तुनख्वा प्रांत के अंदरूनी इलाके धोकी नालबंदी में स्थित कपूर हवेली का निर्माण कपूर के दादा दीवान बाशेश्वरनाथ सिंह कपूर ने 20 वीं शताब्दी के शुरुआती दिनों में कराया था. वह इसी शहर में रहते थे.

सांस्कृतिक विरासत परिषद (सीएचसी) खैबर-पख्तुनख्वा ने हिंदी सिनेमा स्टार शशि कपूर को श्रद्धांजलि अर्पित की.(फोटो साभार - @ShirazHassan)

पेशावर: ऐतिहासिक कैसर खवानी बाजार के करीब स्थित दिग्गज अभिनेता शशि कपूर के पैतृक घर के बाहर बुधवार को मोमबत्ती जुलूस आयोजित किया गया. ख़ैबर-पख्तुनख्वा प्रांत के अंदरूनी इलाके धोकी नालबंदी में स्थित कपूर हवेली का निर्माण कपूर के दादा दीवान बाशेश्वरनाथ सिंह कपूर ने 20 वीं शताब्दी के शुरुआती दिनों में कराया था. वह इसी शहर में रहते थे.

  1. चार दिसंबर को शशि कपूर का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया था.
  2. 5 दिसंबर को दोपहर करीब बारह बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया
  3. कपूर परिवार की जड़ें पेशावर से जुड़ी हुई हैं

सांस्कृतिक विरासत परिषद (सीएचसी) खैबर-पख्तुनख्वा ने हिंदी सिनेमा स्टार शशि कपूर को श्रद्धांजलि अर्पित की. चार दिसंबर को शशि कपूर का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. इस श्रद्धांजलि समारोह में सिनेमा प्रेमियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के अनेक नामचीन लोगों ने हिस्सा लिया. उल्लेखनीय है कि कपूर परिवार के अलावा अभिनेता दिलीप कुमार, शाहरुख खान, विनोद खन्ना, अमजद खान और अनिल कपूर की जड़े भी पेशावर से जुड़ी हैं.

यह भी पढ़ें : नीतू कपूर ने दी शशि कपूर को श्रद्धांजलि, शेयर की यह RARE PIC

मंगलवार (5 दिसंबर) को दोपहर करीब बारह बजे कड़ी सुरक्षा के बीच राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. करीब 11:45 बजे एम्बुलेंस से उनका पार्थिव शरीर जुहू स्थित उनके घर से श्मशान घाट लाया गया था. सैकड़ों लोगों ने बारिश के बीच शशि को अश्रूपूर्ण विदाई दी. शशि के अंतिम संस्कार के मौके पर उनकी तीनों संतानें - बेटे कुणाल एवं करण और बेटी संजना तथा कपूर परिवार के अन्य सदस्य और बड़ी संख्या में फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं. करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों ने शशि के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट रखा था जिसे बाद में कर्मकांड के लिए हटाया गया. 

हिंदी सिनेमा में चार दशक से अधिक समय गुजारने वाले इस दिवंगत अभिनेता के सम्मान में तीन गोलियां चलायी गयीं. इसके बाद एक मिनट का मौन रखा गया और फिर विद्युत शवदाह गृह में उनकी अंत्येष्टि हुई. भारी बारिश और चक्रवात की चेतावनी के बावजूद सैकड़ों की संख्या में उनके प्रशंसक छाते लेकर और रेनकोट में श्मशान घाट पर पहुंचे थे.

(इनपुट - भाषा)

Trending news