ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फासीवादी पार्टी करार दिया है. जो इस बात की तरफ साफ इशारा करता है कि वो किसी प्रोपेगेंडा मुहिम का हिस्सा हैं. उन्होंने ट्वीट के जरिए ही बताया कि भारत सरकार पर किस तरह से दबाव बनाया जा सकता है और इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर ही पूरी प्लानिंग भी साझा की है.
4-5 फरवरी को ट्विटर पर तूफान लाने की प्लानिंग, यानि किसान आंदोलन से जुड़ी चीजों, हैशटैग और तस्वीरों को ट्रेंड कराने की योजना. इसके लिए तस्वीरें, वीडियो मैसेज 5 फरवरी तक भेज दिए जाएं. आखिरी दिन 6 फरवरी का होगा.
भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा, इससे भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनेगा.
सोशल मीडिया पर तस्वीरें भेजने के लिए मेल आईडी दी गई है.
डिजिटल स्ट्राइक: #AskIndiaWhy हैशटैग के साथ फोटो/वीडियो मैसेज 26 जनवरी से पहले या 26 जनवरी तक ट्विटर पर पोस्ट कर दिए जाएं.
भारत के कृषिमंत्री-प्रधानमंत्री पर ट्वीट्स की बारिश की जाए. उन्हें टैग करके अधिकाधिक संख्या में ट्वीट किए जाएं.
वैश्विक संस्थाओं को जगाने की प्लानिंग. जिसमें डब्ल्यूटीओ, आईएमएफ को किसानों के प्रदर्शन की तस्वीरें भेजी जाएं.
भारत और विदेश में प्रदर्शन की योजना थी. अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों में ये प्रदर्शन हुए भी. और दिल्ली में बवाल की तस्वीरें पूरी दुनिया में हैं. लाल किला पर धार्मिक ध्वजा तक फहरा दी गई.
न्यूज चैनलों के दफ्तरों के सामने प्रदर्शन की भी तैयारी है. दुनिया के प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स के दफ्तरों के सामने प्रदर्शन किए जाने के बाद इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछाला जा सकता है.
भारत के शीर्ष उद्योगपतियों के खिलाफ इंटरनेट पर अभियान चलाए जाने की बात भी हुई है, जो पिछले काफी समय से शुरू भी हो चुका है.
प्रदर्शन में अधिकाधिक लोगों को शामिल करना. ताकि पूरी योजना सफल रहे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़