Advertisement
trendingPhotos1129189
photoDetails1hindi

दुश्मन देश पर छोड़े गए बम-मिसाइल पर लिखे जाते हैं चिढ़ाने वाले संदेश, आपको पता है क्यों होता है ऐसा

नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच जंग (Russia Ukraine War) शुरू होने से पहले ही अमेरिका (US) और पश्चिमी देशों की तरफ से अत्याधुनिक हथियार और मिसाइलें सौंपे जाने की खबरें आईं. कहा तो ये भी गया था कि ऐसे कुछ हथियारों यानी अमेरिकी मिसाइलों पर रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का नाम लिखा था हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई. इस बीच दुनिया में इस चर्चा ने दम पकड़ा कि आखिर दुश्मन देश पर गिराए जाने वाले बम और मिसाइलों पर उन्हें चिढ़ाए जाने वाले संदेश क्यों लिखे जाते हैं? कितनी पुरानी है ये प्रथा आइए बताते हैं. 

दुनिया के कई देशों में हुआ इस्तेमाल

1/8
दुनिया के कई देशों में हुआ इस्तेमाल

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान बम और मिसाइलों में ऐसे चिढ़ाने वाले संदेश खूब लिखे गए थे. मित्र देशों की तरफ से जर्मनी और उसके सहयोगी देशों पर किए जाने वाले हमलों के दौरान बम और मिसाइलों पर उन्हें उकसाने और चिढ़ाने वाले संदेश लिखे जाते थे. अमेरिका और ब्रिटेन के संग्राहलयों में ऐसे कई अवशेष आज भी सुरक्षित रखे गए हैं. 

अभिनेत्री केट का संदेश

2/8
अभिनेत्री केट का संदेश

दुश्मन पर दागी जाने वाली मिसाइल की एक और ऐसी मिसाल की बात करें तो केट स्मिथ नाम की एक मशहूर अमेरिकी सिंगर थीं, जिन्होंने अमेरिकी नेवी (American Navy) की पनडुब्बी के टॉरपीडो पर हिटलर के लिए खास पैगाम लिखा था. इस मिसाइल को नाजी जहाजों और पनडुब्बियों पर निशाना लगाना था. इसमें उन्होंने लिखा था कैट की तरफ से हिटलर के लिए.

 

 

भारत ने भी किया ऐसा?

3/8
भारत ने भी किया ऐसा?

भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध के दौरान आई खबरों के मुताबिक तब अखबारों और पत्रिकाओं में 'फ्रॉम रवीना टंडन टू नवाज शरीफ' के पैगाम वाले एक बम की तस्वीरें खूब छपीं और उसकी खूब चर्चा हुई थी. हालांकि मीडिया में छपी खबरों को लेकर बाद में एक्ट्रेस रवीना टंडन ने कहा था कि उन्हें उस तस्वीर के बारे में पता है और वो समझ सकतीं हैं कि ऐसी तस्वीर के लिए प्रेरणा क्यों और कैसे मिली होगी. 

 

एक कहानी ये भी

4/8
एक कहानी ये भी

वैसे एक कहानी यह भी है कि अच्छे दिनों में एक इंटरव्यू में नवाज शरीफ ने रवीना टंडन को अपनी पसंदीदा अभिनेत्री बताया था. करगिल युद्ध के दौरान जब नवाज शरीफ ने भारत के पीठ में छुरा भोंका तब भारत के लड़ाकू विमानों ने 'फ्रॉम रवीना टंडन टू नवाज शरीफ' वाले बम गिरा कर बदला लिया. वैसे तब ऐसे ही एक और बम की तस्वीर सामने आई थी जिस पर लिखा था 'जोर का झटका धीरे से'.

आईएसआईएस को संदेश

5/8
आईएसआईएस को संदेश

वहीं पेरिस हमलों के बाद ISIS पर पर निशाने साधे रूसी बमों की हिमायत में 'पेरिस के लिए' रूसी रक्षा मंत्रालय ने इसकी तस्वीर खुद शेयर की थी और लिखा, हमारे लोगों के लिए!' पेरिस के लिए. एयरबेस के पायलटों और तकनीशियनों ने एयरमेल के जरिए आतंकवादियों को यह पैगाम भेजा था.

बगदाद में हुआ इस्तेमाल

6/8
बगदाद में हुआ इस्तेमाल

पिछले साल जनवरी महीने में जॉर्डन के पायलट मुआत अल-कासबेह की हत्या कर दी गई थी. इसके तुरंत बाद, जॉर्डन के पायलट्स के जरिए चरमपंथी समूह पर हमला करने के लिए सेट किए गए बमों पर ISIS को नोट लिखते हुए तस्वीरें सामने आईं थीं. जिसमें लिखा था 'इस्लाम का ISIS से कोई लेना-देना नहीं है' और 'आपके लिए, इस्लाम के दुश्मन.'

आखिरी ई मेल के मुताबिक...

7/8
आखिरी ई मेल के मुताबिक...

ऐसे ही एक संदेश के तहत एक मिसाइल पर ये लिखा था किAs per my last email. यानी आखिरी ई-मेल में तुम पर बम गिराने को कहा गया था, इसलिए ये तुम्हारे लिए है. 

रणनीति

8/8
रणनीति

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच वार टैक्टिस (War Tactics) की दुनियाभर में चर्चा हो रही है. युद्ध में दुश्मन देश पर दबाव बनाने के लिए आजकल प्रोपेगेंडा का सहारा लिया जाता है. दो देशों के स्टेट मीडिया यानी सरकारी सूचना प्रसारक एजेंसियां अपने अपने देश का पक्ष दर्शकों के सामने रखती हैं. इसी कड़ी में दुश्मन देश के कंप्यूटर्स और अहम वेबसाइट्स को हैक किया जाता है. वहीं जिस तकनीकि के बारे में यहां आपको जानकारी दी गई उसके तार तो ईसा पूर्व से जुड़े हैं. यानी दुश्मन देश पर गिराए जाने वाली मिसाइल और बमों पर चिढ़ाने वाले संदेश लिखकर एक मानसिक दबाव बनाने की कोशिश होती है.

 

(सभी फोटो: सोशल मीडिया)

ट्रेन्डिंग फोटोज़