Advertisement
trendingPhotos1365089
photoDetails1hindi

Most Powerful Rifles: दुनिया की सबसे खतरनाक बंदूकें, पलक झपकते ही चीर देती हैं दुश्मन का सीना

Best Assault Rifle In The World: दुनिया में जब से बंदूकों को अविष्कार हुआ है तब से ज्यादातर युद्धों में इसका ही इस्तेमाल किया गया है. आज हम दुनिया की सबसे खतरनाक बंदूकों के बारे में बात करेंगे. जिनका जंग के मैदान में बड़ी संख्या में इस्तेमाल किया जाता है और बहतरीन शूटिंग रेंज वाली ये बंदूकें मेटल जैसी चीज को भी चीर सकती हैं.

AS50 राइफल

1/5
AS50 राइफल

AS50 राइफल को दुनिया की सबसे बेस्ट स्नाइपर में गिना जाता है. इसका इस्तेमाल पहली बार 2007 में किया गया था. इस गन को ब्रिटेन की एक्योरेसी इंटरनेशनल नाम की कंपनी ने डिजाइन किया है. इस गन की इफेक्टिव रेंज 1.5 किलोमीटर तक है और ये 1.6 सेकेंड में 5 राउंड फायर करती है. एकबार जब इसकी गोली दुश्मन की तरफ बढ़ती है तो उसे संभलने का मौका तक नहीं देती है. 

ट्रेकिंग पॉइंट राइफल (Tracking Point Rifles)

2/5
ट्रेकिंग पॉइंट राइफल (Tracking Point Rifles)

ट्रेकिंग पॉइंट राइफल (Tracking Point Rifles) को आर्मी का भविष्य कहा जा रहा है. इस खतरनाक राइफल को अमेरिका की ट्रेकिंग पॉइंट नाम की कंपनी ने बनाया है. इसका पहली बार इस्तेमाल 2011 में किया गया था. ये राइफल टारगेट पर निशाना लगाने में यूजर की मदद करती है. इस बंदूक की गोली दुश्मन के पलक गिराने से पहले उसके सीने के आर-पार हो जाती है.

416 असॉल्ट राइफल (416 Assault Rifle)

3/5
416 असॉल्ट राइफल  (416 Assault Rifle)

416 असॉल्ट राइफल को जर्मनी के हेक्लर एंड कोच (Heckler and Koch) नाम की कंपनी ने डिजाइन किया है लेकिन साल 2011 के दौरान ये तब चर्चा में आया जब ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया था. आप ये बात जानकर हैरान हो जाएंगे कि ये एक मिनट में 900 राउंड फायर कर सकती है. 

 

AK-103 राइफल

4/5
AK-103 राइफल

AK 100 Series को दुनिया की बेस्ट राइफल्स में गिना जाता है. इस खतरनाक राइफल्स को बनाने का क्रेडिट रूस के कलाश्निकोव (Kalashnikov) नाम की कंपनी को जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इन AK Series के राइफल्स का इस्तेमाल दुनिया में 100 से भी ज्यादा देशों के द्वारा किया जाता है.

M4 कार्बाइन (M4 Carbine)

5/5
M4 कार्बाइन (M4 Carbine)

इस खतरनाक बंदूक को 80 से 90 के दशक में बनाया गया लेकिन इसका पहली बार इस्तेमाल 1993 में किया गया था. इस राइफल को डेवलप करने का क्रेडिट अमेरिका की कोल्ट नाम की कंपनी को जाता है. ये अपने हल्के वेट और शार्ट वेरिएंट की वजह से ज्यादा फेमस हुईं और अमेरिकन आर्मी ने इसे बड़ी संख्या में सेना में शामिल किया था. इसकी खासियत ये है कि ये एक बार में 30 राउंड फायर करती है. लाइट वेट होने की वजह से इसे संभालना भी आसान होता है.

ट्रेन्डिंग फोटोज़