Advertisement
trendingPhotos958777
photoDetails1hindi

PICS: यहां है दुनिया का सबसे Mysterious Village, हैरान कर देगी ये जानकारी

नई दिल्ली: फिल्मों में आपने कई ऐसी जगहों के बारे में देखा और सुना होगा, जहां जाने के बाद कभी आदमी वापस नहीं आता है. कुछ काल्पनिक उपन्यासों यानी नॉवेलों (Novels) में भी आपने ऐसे किस्से पढ़े होंगे लेकिन क्या कभी आपने वाकई ऐसी कोई भूतिया जगह देखी है ? अगर नहीं, तो आज हम आपको देने जा रहे हैं उस रहस्यमयी गांव (Mysterious Village) की जानकारी जिसे 'मुर्दों के शहर' (City of the dead) के नाम से भी जाना जाता है. 

दुनिया का सबसे 'रहस्यमयी गांव'

1/10
दुनिया का सबसे 'रहस्यमयी गांव'

ब्रह्मा जी ने सृष्टी की रचना की थी. उनकी बनाई दुनिया कई रहस्यों से भरी पड़ी है. इसका अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि आज भी कई रहस्यमयी जगह (Mysterious Places) हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है. इसी कड़ी में आज हम आपको ज‍िस जगह के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उसके बारे में कहा जाता है कि वहां जो भी गया, लौटकर नहीं आया.

'सफेद पत्थरों से बने मकान'

2/10
'सफेद पत्थरों से बने मकान'

रूस के दर्गाव्स (Dargavs Russia) स्थित इस रहस्यमयी गांव का पूरा इलाका बेहद सुनसान है. यहां सफेद पत्थरों से बने कई मकान है. इस जगह को लेकर स्थानीय लोगों के बीच तरह-तरह की मान्यताएं हैं. उनका मानना है कि इन झोपड़ीनुमा इमारतों में जाने वाला कभी लौटकर नहीं आता. हालांकि कभी-कभार पर्यटक इस जगह के रहस्य को जानने के लिए आते रहते हैं.

 

 

 

14वीं सदी में हुआ निर्माण

3/10
14वीं सदी में हुआ निर्माण

स्थानीय लोगों ने इसमे अपने परिजनों के शव दफनाए थे. इनमें से कई मकान तो चार मंजिला भी हैं. इसके पीछे यह सोच भी बताई जाती है क‍ि मरने के बाद भी लोगों का एक-दूसरे से भावनात्‍मक जुड़ाव बना रहे. इतिहासकारों की माने तो इन बहुमंजिला इमारत को 14 वीं शताब्दी में बनवाया गया था.

 

फोटो साभार: (सोशल मीडिया)

आत्मा को स्वर्ग तक पहुंचाने की कोशिश!

4/10
आत्मा को स्वर्ग तक पहुंचाने की कोशिश!

RUSSIAN AND EAST EUROPEAN STUDIES से जुड़े प्रोफेसरों के मुताबिक, यहां बहुत पहले कब्रों के पास नावें भी मिली थीं. Gizeldon River के करीब स्थित रहस्यमयी गांव के आस-पास रहने वालों के बीच नाव को लेकर ये मान्यता है कि आत्मा को स्वर्ग तक पहुंचने के लिए नदी पार करनी होती है, इसलिए शवों को नाव पर रखकर दफनाया जाता था.

 

अनूठी मान्यता

5/10
अनूठी मान्यता

जानकारों की मानें तो इन इमारतों को ऐसे बनाया गया है क‍ि हर तहखाने के सामने एक कुआं भी है. कहते हैं क‍ि सैकड़ों साल पहले जब यहां लोगों को दफनाया जाता था फिर उसके बाद कुएं में  स‍िक्‍का फेंका जाता था अगर स‍िक्‍का तलहटी में सीधे पत्‍थरों से टकरा जाए तो मानते थे क‍ि आत्‍मा स्‍वर्ग पहुंच गई.

'यहां पहुंचना आसान नहीं'

6/10
'यहां पहुंचना आसान नहीं'

इस जगह तक पहुंचने का रास्ता भी बेहद ही मुश्किल है. पहाड़ियों के बीच संकड़े रास्तों से होकर यहां तक पहुंचने में करीब तीन घंटे का समय लगता है. नदी के करीब बसे इस गांव तक पहुंचना एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए भी आसान नहीं है.

नदी के नजदीक रहस्यमयी गांव

7/10
नदी के नजदीक रहस्यमयी गांव

यहां का मौसम हमेशा खराब रहता है, जो सफर के लिए एक बहुत बड़ी रूकावट है. वहीं इस जगह पर घूमने की हरसत यानी रहस्यमयी गांव को करीब से देखने के लिए यहां आने वाले सैलानियों को आसानी से गाइड भी नहीं मिलते.

'झोपड़ी का आकार'

8/10
'झोपड़ी का आकार'

यहां तहखाने की तरह बने करीब 100 मकान है. इस दुर्घम घाटी में रहने वाले लोग उस दौर में अपनी मान्यताओं के मुताबिक परिजनों को कपड़ों और सामान के साथ दफनाते थे. पुराने समय की कब्र को झोपड़ियों के जैसा आकार दिया जाता था. इस रहस्यमयी जगह के बारे में जानकारी रॉयटर्स से लेकर दुनिया की कई प्रमुख न्यूज़ एजेंसी के जरिए दुनिया तक पहुंची.

अनूठी वास्तुकला

9/10
अनूठी वास्तुकला

इन कब्रों के ऊपर घुमावदार छत हैं जो उसके ऊंचे नुकीले शिखर के साथ अंदर की ओर नीचे जा रही हैं. जिसे उस दौर की वास्तुकला का अनूठा नमूना माना जाता है.

'मुर्दों का शहर'

10/10
'मुर्दों का शहर'

इस जगह से जुड़े कई मिथक और मान्यताएं हैं. इस जगह को मुर्दों का शहर (City of Dead) भी कहा जाता है. कहा जाता है कि उस दौर में भी जमीन इतनी महंगी थी कि लोगों को कब्रिस्तान के लिए इस तरह की दुर्गम और अनुपयोगी जगह चुनने के लिए मजबूर होना पड़ा.

 

 

ट्रेन्डिंग फोटोज़