कजाखस्तान ने बकायादा ऐसे अपराधों के दोषियों को सख्त सजा देने का फैसला किया है. इसके साथ ही दोषियों को मीडिया के सामने लाकर उनकी आपबीती दिखाई जा रही है ताकि समाज में ऐसे अपराध करने वालों के मन में डर पैदा हो. जेल में बाल अपराधों के दोषियों को लगातार इंजेक्शन दिए जा रहे हैं और सजा के साथ-साथ उन्हें नपुंसक भी बनाया जा रहा है ताकि भविष्य में वह ऐसे अपराधों में शामिल न हो सकें. जेल से छोड़े जाने के बाद भी अपराधियों को इंजेक्शन दिए जाते हैं.
अब वहां ऐसे मामलों में दोषी पाए गए लोग टीवी पर रहम की भीख मांग रहे हैं. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक टीवी शो के दौरान ऐसे ही एक दोषी ने आपबीती सुनाई और बताया कि कैसे जेल में कैद करके उसे जबरन इंजेक्शन दिए गए ताकि वह नपुंसक बन जाए.
कजाखस्तान में सख्त कानून लागू है और चाइल्ड रेप के दोषियों को ऐसी भयंकर सजा दी जाती है. दोषियों को जेल में रखने के दौरान नपुंसक बनाने के लिए लगातार इंजेक्शन दिए जाते हैं और सजा पूरी होने के बाद भी यह प्रोसेस जारी रहता है. टीवी पर दिए इंटरव्यू में चाइल्ड रेप के एक दोषी ने बताया कि इंजेक्शन देने की प्रक्रिया बहुत ही डरावनी और दर्दनाक है. उसने रहम की भीख मांगते हुए इस बर्बरता पर रोक लगाने की गुजारिश की है. उसने कहा कि इससे मेरी बॉडी को काफी नुकसान हुआ, साथ ही भविष्य के लिए मेरा शरीर एकदम बेकार हो चुका है.
रेप के दोषी ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि मैं अपने जुर्म के लिए रहम की भीख मांगता हूं और मुझे टीवी पर देखने वाले कुछ सीखें, साथ ही कोई भी शख्स आगे से ऐसे संगीन अपराधों में कतई न शामिल हो. उसने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि मैं अभी काफी जवान हूं तो प्लीज मुझे नपुंसक बनाने वाले इंजेक्शन देना बंद कर दीजिए.
मरात नाम के एक कैदी ने बताया कि कैसे तीन इंजेक्शन के बाद उसकी मर्दानगी अब पूरी तरह खत्म हो चुकी है. उसे नाबालिग से रेप की कोशिश मामले में दोषी पाए जाने के बाद 15 साल की जेल हुई थी और अब उसका कहना है कि मेरी सेक्सुअल लाइफ खत्म हो चुकी है, मेरे साथ ऐसा क्यों किया गया, मेरे भी तो बच्चे और परिवार है. (सभी फोटो: सांकेतिक)
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