Advertisement
trendingPhotos841411
photoDetails1hindi

Pics: SpaceX के स्टारशिप की टेस्टिंग फेल, धरती से टकरा कर बना आग का गोला

स्पेसएक्स अमेरिकी की एक निजी अंतरिक्ष कंपनी है. एलन मस्क ने 2002 में इस कंपनी की स्थापना की थी. जिसका मकसद अंतरिक्ष में ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करना और मंगल ग्रह पर इंसानों के लिए जीवन ढूंढना है.

ट्रॉयल लांचिंग फेल

1/5
ट्रॉयल लांचिंग फेल

अंतरिक्ष में इंसानों को घुमाने की सबसे बड़ी निजी परियोजना पर काम कर रही स्पेस एक्स कंपनी को बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क (Elon Musk) की प्राइवेट अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) के स्टारशिप रॉकेट की ट्रायल लांचिंग में गड़बड़ी के चलते रॉकेट में धमाका हो गया और वो देखते ही देखते आग के गोलों में बदल गया. इसे टेक्सास में स्पेसएक्स की रॉकेट फैसिलिटी में लॉन्च किया गया था. ये कंपनी कुछ सालों में मंगल ग्रह पर इंसानी बस्तियां बसाने की योजना पर काम कर रही है. 

स्टारशिप रॉकेट एसएन9 में धमाका

2/5
स्टारशिप रॉकेट एसएन9 में धमाका

इस बार स्पेसएक्स कंपनी के स्टारशिप रॉकेट एसएन9(Serial Number 9) 10 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद हादसे का शिकार हो गया. उड़ान के दौरान सब कुछ ठीक था, लेकिन लैंडिंग के दौरान रॉकेट सीधा नहीं रह पाया. इसके कारण उसमें विस्फोट हो गया. 

लैंडिंग तकनीक को सुधारने पर काम

3/5
लैंडिंग तकनीक को सुधारने पर काम

स्पेस X से जुड़े शीर्ष वैज्ञानिक ने जानकारी दी कि इसे टेक्सास में स्पेसएक्स की रॉकेट फैसिलिटी में लॉन्च किया गया था. इसकी लैंडिंग की तकनीक पर काम करना है. इसी तकनीक पर काम चल रहा था और रॉकेट का शुरुआती प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था. लेकिन नीचे उतरने के दौरान रॉकेट नियंत्रण से बाहर चला गया और तेजी से नीचे आया. रॉकेट ने जैसे ही जमीन को छुआ, उसमें तेज धमाका हुआ और टेस्टिंग साइट पर हर तरफ धूल और धुएं का गुबार देखा गया.

साल 2002 में हुई थी कंपनी की स्थापना

4/5
साल 2002 में हुई थी कंपनी की स्थापना

स्पेसएक्स अमेरिकी की एक निजी अंतरिक्ष कंपनी है. एलन मस्क ने 2002 में इस कंपनी की स्थापना की थी. जिसका मकसद अंतरिक्ष में ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करना और मंगल ग्रह पर इंसानों के लिए जीवन ढूंढना है.

मंगल ग्रह पर बस्तियां बसाना है लक्ष्य

5/5
मंगल ग्रह पर बस्तियां बसाना है लक्ष्य

स्पेसएक्स दुनिया की एकमात्र प्राइवेट कंपनी है जो नियमित तौर पर पृथ्वी पर रॉकेट के स्टेज वापस लौटाती है. मस्क की कंपनी बड़े स्पेसक्राफ्ट भी बना रही है. ताकि मंगल पर बस्तियां तैयार करने में उपयोग किया जा सके.

ये भी पढ़ें: #GretaThunbergExposed: किसान आंदोलन के नाम वैश्विक प्रोपेगेंडा ग्रुप से जुड़कर भारत को बदनाम कर रहीं ग्रेटा थनबर्ग

ट्रेन्डिंग फोटोज़