एर्दोआन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यह स्वीकार नहीं कर सकते हैं कि कुछ देश--सर्वप्रथम अमेरिका और इजरायल-- ईरान और पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में दखल दें.’’
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अंकारा: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने शुक्रवार (5 जनवरी) को अमेरिका और इजरायल पर ईरान में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया. ईरान में एक हफ्ते चले प्रदर्शनों में कुल 21 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वर्ष 2009 में हुए प्रदर्शनों के बाद यह इस्लामी सरकार के सामने बड़ी चुनौती थे. एर्दोआन ने फ्रांस की यात्रा पर जाने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यह स्वीकार नहीं कर सकते हैं कि कुछ देश--सर्वप्रथम अमेरिका और इजरायल-- ईरान और पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में दखल दें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ये इन देशों में लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ कर रहे हैं. यह शर्मनाक है कि हमने ऐसा कई देशों में देखा... हमने यह इराक में देखा.’’
एर्दोआन ने यह नहीं बताया कि वह पाकिस्तान में किस तरह के कथित दखल की बात कर रहे थे, लेकिन गुरुवार (4 जनवरी) को अमेरिका ने सैन्य आपूर्ति और सुरक्षा के लिए वित्तीय सहयोग को तब तक रोक दिया है जबतक पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता. तुर्की के राष्ट्रपति ने सीरिया, फलस्तीन, मिस्र, लीबिया और ट्यूनेशिया और सुडान तथा चाड समेत अफ्रीकी देशों में परेशानियों का हवाला दिया. उन्होंने दावा किया कि कुछ देशों में एक खेल खेला जा रहा है जो उनके मुताबिक मुस्लिम बहुल राष्ट्र हैं. एर्दोआन और ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने बुधवार (3 जनवरी) को फोन पर बात की थी. इस दौरान तुर्की के नेता ने ईरान में शांति और स्थिरता वापस लाने को लेकर अपना समर्थन दिया था.
अमेरिका का फैसला तुर्की के खिलाफ साजिश का हिस्सा : एर्दोआन
वहीं दूसरी ओर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने ईरान पर प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के मामले में अमेरिका में उसके एक शीर्ष बैंकर की सजा की शुक्रवार (5 जनवरी) को आलोचना करते हुए कहा कि यह तुर्की के खिलाफ साजिश की ‘श्रृंखला’ का हिस्सा है.
एर्दोआन ने तुर्की लेंडर हॉकबैंक के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी महमत हाकान अतिला की सजा के बाद इस्तांबुल हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘अमेरिका में हम जो देख रहे हैं वह गंभीर साजिश का हिस्सा है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर अमेरिका की न्याय को लेकर यही समझ है तो दुनिया बर्बाद है. न्याय की ऐसी समझ नहीं हो सकती.’
(इनपुट एजेंसी से भी)