पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता खतरे में है : अमेरिकी सांसद
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पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता खतरे में है : अमेरिकी सांसद

पाकिस्तान में धार्मिक आजादी की स्थिति पर गहरी चिंता जाहिर करने संबंधी अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट के बाद रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदारों में अग्रणी उम्मीदवार और सीनेटर ने पाकिस्तान को खास चिंता के देश (सीपीसी) के तौर पर चिन्ह्ति करने का आह्वान किया है।

वाशिंगटन : पाकिस्तान में धार्मिक आजादी की स्थिति पर गहरी चिंता जाहिर करने संबंधी अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट के बाद रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदारों में अग्रणी उम्मीदवार और सीनेटर ने पाकिस्तान को खास चिंता के देश (सीपीसी) के तौर पर चिन्ह्ति करने का आह्वान किया है।

वर्ष 2014 के लिए अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी पर विदेश विभाग की रिपोर्ट जारी होने के बाद सीनेटर मार्को रूबियो ने एक बयान में कहा, ‘धार्मिक आजादी अमेरिकी विदेश नीति का मूल आधार होना चाहिए। दुनिया भर में धार्मिक आजादी की मिसाल कायम करने के लिए हमें अपने प्रयास दुगुने करने की जरूरत है। नीतियों को लागू करने के लिए देशों पर जोर डाला जाए जिससे कि धार्मिक आजादी और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा हो।’ 

उन्होंने कहा कि विदेश विभाग खास चिंता का देश (सीपीसी) घोषित करने जैसे उपाय करके अपने पास मौजूद तरीकों का इस्तेमाल धार्मिक आजादी के उल्लंघनकर्ताओं का नाम और उन्हें शर्मिंदा करने जैसे कार्यों के लिए नहीं करता। रूबियो ने अनुरोध किया कि धार्मिक आजादी उल्लंघनों के लिए प्रशासन को हर देश को फिर से चिन्हित करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘विशेषकर पाकिस्तान, सीरिया और वियतनाम जैसे देशों को सीपीसी सूची के लिए माना जाना चाहिए जैसा कि अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी (यूएससीआईआरएफ) पर स्वतंत्र अमेरिकी आयोग ने बार बार सिफारिश की है।

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