Donald Trump Robot Dog : राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप सार्वजनिक रूप से नज़र नहीं आए. ‘रोबोट डॉग ’ को डोनाल्ड ट्रंप के बगीचों में घूमते देखा गया, जिसे बोस्टन की एक कंपनी ने बनाया है.
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US President Security Dog: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप के बंगले की सुरक्षा और हाईटेक कर दी गई. अब उनके बंगले में रोबो डॉग को तैनात किया गया, जो हर आने जाने वाले पर नजर रख रहा है. इसका वीडियो भी सामने आया है, जहां डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा में मार-ए-लागो स्थित आवास की सुरक्षा को अत्याधुनिक सैन्य तकनीक के साथ बढ़ा दिया गया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए हाई-टेक सुरक्षा उपाय अपनाए जा रहे हैं.
गश्त करता दिखा डॉग
इस फुटेज में एक रोबोट डॉग ट्रंप के बंगले पर पर गश्त करता हुआ दिखाई दिया. राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप सार्वजनिक रूप से नज़र नहीं आए. ‘रोबोट डॉग ’ को डोनाल्ड ट्रंप के बगीचों में घूमते देखा गया, जिसे बोस्टन की एक कंपनी ने बनाया है. दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप पर फायरिंग हुई थी...जिसमें वो घायल भी हुए थे...और बाल बाल बचे थे. डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिका राष्ट्रपति के तौर पर ये दूसरी पारी होगी. इस बार के चुनाव में उन्होंने डेमोक्रैट उम्मीदवार कमला हैरिस को हराया. और 20 जनवरी 2025 को शपथ ग्रहण के बाद वो आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पद की शक्ति हासिल कर पाएंगे और जिम्मेदारियां संभालेंगे.
JUST IN: US Secret Service deploys Robotic dogs at President-elect Donald Trump's property as security measures increase following his election victory. pic.twitter.com/EG8iiUOKFY
— BRICS News (@BRICSinfo) November 9, 2024
दूसरी ओर, अमेरिका में 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े मामले की सुनवाई कर रहे जज ने अदालत की शेष समयसीमा शुक्रवार को रद्द कर दी. दरअसल अभियोजकों ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप की इस हफ्ते हुई जीत के बाद मामले में आगे बढ़ने के लिए सही कदम का आकलन करने के लिए समय चाहिए जिसके बाद जज ने समयसीमा रद्द कर दी. विशेष वकील जैक स्मिथ ने पिछले साल ट्रंप पर 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने की साजिश रचने और अपने ‘मार-ए-लागो एस्टेट’ में खुफिया दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया था.