Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि मुक्त कराए गए लोगों में कई ऐसे सैनिक और अधिकारी हैं जिन्हें रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में मौत की सजा मिली थी.
Trending Photos
Exchange Of Prisoners: यूक्रेन ने रूस के एक कैदी को छोड़ने की गुरुवार तड़के घोषणा की और इसके बदले में यूक्रेन के उन सैकड़ों लड़ाकों को मुक्त कराया गया है जिन्होंने रूस के हमले के दौरान मारियुपोल में एक इस्पात संयंत्र की रक्षा की थी. यूक्रेन कई महीनों से इन कैदियों को मुक्त कराने के प्रयास कर रहा था और इनके बदले में वह जिस कैदी को छोड़ेगा वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक सहयोगी है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सरकार ने रूस के कब्जे से 215 यूक्रेनी नागरिकों और विदेशियों को मुक्त करा लिया है. उन्होंने कहा कि इनमें से कई ऐसे सैनिक और अधिकारी हैं जिन्हें रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में मौत की सजा मिली थी. रूसी अधिकारियों ने अभी कैदियों की इस अदला-बदली पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
कौन हैं मेदेवेदचुक?
रूस समर्थित विपक्षी नेता विक्टर मेदवेदचुक के बदले में कुल 200 यूक्रेनी कैदियों को रिहा किया जाएगा. मेदेवेदचुक यूक्रेनी नागरिक है. कुलीन वर्ग से आने वाले 68 वर्षीय मेदवेदचुक 24 फरवरी को रूस के आक्रमण से कई दिनों पहले यूक्रेन में नजरबंदी से फरार हो गए थे लेकिन उन्हें अप्रैल में फिर से पकड़ लिया गया. उन्हें राजद्रोह तथा पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित दोनेत्स्क क्षेत्र में कोयला खरीदने में एक आतंकवादी संगठन की सहायता करने के आरोपों पर ताउम्र कैद की सजा सुनाई गई थी.
मेदवेदचुक की सबसे छोटी बेटी पुतिन की करीबी मानी जाती है. उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद मॉस्को के अधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. मेदवेदचुक यूक्रेन की रूस समर्थित ‘ऑपोजिशन प्लेटफॉर्म-फॉर लाइफ’ पार्टी की राजनीतिक परिषद के प्रमुख हैं. यह यूक्रेन की संसद में सबसे बड़ा विपक्षी समूह है. सरकार ने पार्टी की गतिविधि निलंबित कर दी है.
जेलेंस्की ने कहा कि कैदियों की एक अन्य अदला बदली में यूक्रेन ने 55 रूसी कैदियों को रिहा करने के बदले में पांच और नागरिकों को मुक्त कराया है.
यूएन ने किया कैदियों की अदला-बदली का स्वागत
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कैदियों की अदला-बदली का स्वागत करते हुए कहा कि यह ‘‘कोई छोटी उपलब्धि नहीं’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘यूक्रेन में युद्ध से हुई पीड़ा को कम करने के लिए और बहुत कुछ किया जाना बाकी है.’’
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के कब्जे से मुक्त कराए गए कई सैनिक यूक्रेन की अजोव रेजीमेंट के हैं और उन्होंने उन्हें नायक बताया.
(इनपुट - भाषा)
(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)