Russia Ukraine War: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस का पश्चिमी देशों पर पलटवार, इन 2 पड़ोसी मुल्कों की रोक दी गैस सप्लाई
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Russia Ukraine War: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस का पश्चिमी देशों पर पलटवार, इन 2 पड़ोसी मुल्कों की रोक दी गैस सप्लाई

Russia Ukraine War: रूस को झुकाने के लिए पश्चिमी देश उस पर लगातार कई तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं. अब रूस ने भी उन देशों पर पलटवार कर बड़ा एक्शन लिया है. 

Russia Ukraine War: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस का पश्चिमी देशों पर पलटवार, इन 2 पड़ोसी मुल्कों की रोक दी गैस सप्लाई

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही खूनी जंग को 3 महीने से ज्यादा हो चुके हैं. इसके बावजूद कोई भी पक्ष अपनी खुली जीत का दावा करने की स्थिति में नहीं है. इसी बीच पश्चिमी देश लगातार रूस पर नए-नए प्रतिबंध लगाते जा रहे हैं.अब रूस ने भी पश्चिमी देशों पर बड़ा पलटवार किया है.

जर्मनी और डेनमार्क को गैस की सप्लाई रोकी

रूस ने जर्मनी और डेनमार्क को की जा रही गैस सप्लाई बंद कर दी है. रूस की गैस कंपनी Gazprom ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए वह डेनमार्क की एनर्जी कंपनी Orsted की गैस की सप्लाई रोक रही है. साथ ही जर्मनी की Shell Energy कंपनी को भी गैस की डिलीवरी बंद कर रही है. रूसी कंपनी ने कहा कि जब तक इन देशों के साथ पेमेंट का विवाद सुलझ नहीं जाता, तब तक गैस सप्लाई शुरू नहीं हो सकेगी.

रूबल में पेमेंट न करने पर लिया फैसला

इससे पहले जर्मनी और डेनमार्क की दोनों कंपनियों ने रूसी कंपनी Gazprom को टेलिग्राम के जरिए संदेश भेजकर कहा था कि वे रूबल में पेमेंट करना जारी नहीं रख पाएंगी. इसके बाद रूसी कंपनी ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी सप्लाई बंद कर दी. रूसी कंपनी ने कहा कि बुधवार से यह सप्लाई बंद हो जाएगी. 

पश्चिमी देशों ने रूस पर लगा रखे हैं प्रतिबंध

बताते चलें कि अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ डॉलर में व्यापार करने पर बैन लगा रखा है. रूस ने इसकी काट निकालते हुए अपनी करेंसी रूबल में दूसरे देशों के साथ व्यापार शुरू किया. जर्मनी और डेनमार्क ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि वे अब गैस के बदले में रूबल में भुगतान नहीं कर पाएंगे. इसके बाद रूस ने इन देशों को होने वाली गैस सप्लाई रोक दी.

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पुतिन ने 31 मार्च को आदेश पर किए थे साइन

पश्चिमी देशों के इसी विरोधी व्यवहार को देखते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गैर-मित्र देशों के संबंध में 31 मार्च को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए थे. इस आदेश में कहा गया था कि अगर वे देश रूबल में पेमेंट करने से इनकार करते हैं तो उनके साथ हुए कांट्रेक्ट रोके जा सकते हैं.

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