पाकिस्तान जिसे मान रहा सबसे अच्छा दोस्त, उसने जम्मू कश्मीर पर किया भारत को सपोर्ट
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पाकिस्तान जिसे मान रहा सबसे अच्छा दोस्त, उसने जम्मू कश्मीर पर किया भारत को सपोर्ट

एनएसए डोभाल और प्रिंस सलमान के बीच रियाद में लंबी मीटिंग हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दों के साथ जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर भी बातचीत हुई. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान प्रिंस ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर भारत की ओर से लिए गए फैसले को बखूबी समझते हैं.

सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और भारत के एनएसए अजित डोभाल की मीटिंग के बाद जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान का झूठ सामने आ गया है.

नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) जिस देश को अपना सबस अच्छा दोस्त माने बैठा था, उसने जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के मसले पर भारत को सपोर्ट कर दिया है. पाक पीएम पिछले एक-डेढ़ साल में कई बार दर्शाने की कोशिश कर चुके हैं कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammad bin salman) उनके अच्छे दोस्त हैं, लेकिन लगता है वह भी सारी सच्चाई समझ चुके हैं. सऊदी के प्रिंस सलमान ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल (Ajit Doval) से मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) पर भारत की ओर से उठाए गए कदम का समर्थन किया है.

सूत्रों का कहना है कि एनएसए डोभाल और प्रिंस सलमान के बीच रियाद में लंबी मीटिंग हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दों के साथ जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर भी बातचीत हुई. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान प्रिंस ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर भारत की ओर से लिए गए फैसले को बखूबी समझते हैं.

यहां आपको बता दें कि 5 अगस्त को भारतीय संसद ने जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करते हुए उससे विशेष राज्य का दर्जा हटा दिया है. साथ ही जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख को दो हिस्सों में विभाजित करते हुए दोनों को केंद्रशासित राज्य बना दिया गया है.

भारत का आतंरिक मसला होने के बावजूद पाकिस्तान (Pakistan) इस पूरे मसले पर आपत्ति जता रहा है. इस मुद्दे पर समर्थन पाने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सऊदी की यात्रा की थी. हालांकि एनएसए अजित डोभाल (Ajit Doval) रियाद यात्रा पर प्रिंस सलमान को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर वास्तविक स्थिति को समझाने में सफल रहे हैं.

यहां आपको बता दें पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनएसए डोभाल ने सऊदी और वहां के प्रिंस से रिश्ते काफी अच्छे हैं. दोनों देश सुरक्षा और आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक दूसरे को मदद कर रहे हैं. डोभाल की इस यात्रा का उद्देश्य ऐसे समय में सहयोग के विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करना है, जब सऊदी अरब प्रिंस सलमान के 'विजन 2030' के अनुरूप अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाना चाह रहा है। इसके अलावा प्रिंस सलमान पहले ही भारत में 100 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट करने का ऐलान कर चुके हैं. 

एनएसए अजीत डोभाल ने अपने सऊदी समकक्ष मुसैद अल ऐबन के साथ भी बैठक की। उन्होंने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही करीबी सुरक्षा संबंधों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। डोभाल से संयुक्त अरब अमीरात के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत करने की उम्मीद है।

मालूम हो कि सऊदी अरब भारत और पाकिस्तान (Pakistan) दोनों के साथ आर्थिक रिश्ते रखने की बातें करता रहा है. हालांकि वह दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों से खुद को दूर रखता रहा है. इसे दर्शाने के लिए सऊदी के प्रिंस सलमान ने पहले पाकिस्तान (Pakistan) की यात्रा की थी, वह वहां से चंद मिनट के लिए अपने देश लौटे जिसके बाद वह भारत आए थे. इस यात्रा के दौरान प्रिंस सलमान ने दोनों देशों में निवेश की बात कही थी. वहीं पाकिस्तान (Pakistan) पूरी दुनिया में लगभग अलग-थलग पड़ा है. हाल ही में यूएस दौरे पर जाने से पहले पाक के पीएम इमरान खान सऊदी गए थे और वहां से प्रिंस के विमान से यूएस पहुंचे थे. इससे पहले प्रिंस की मदद से ही इमरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी. अब तक के सारे पहलुओं पर नजर डालें तो पता चलता है कि सऊदी भले ही पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक हालत सुधारने में मदद कर रहा है, लेकिन उसके गलत कदम पर वह उसका साथ नहीं दे रहा है.

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