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काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे के बाद तालिबान (Taliban) सरकार बनाने की कवायद में जुट गया है. एक तरफ जहां उसने विदेशी सैनिकों को 31 अगस्त तक काबुल छोड़ने का फरमान सुनाया है. वहीं, दूसरी तरफ सरकार के मंत्रियों की लिस्ट भी तैयार हो रही है. इस लिस्ट में एक नाम अमेरिका की कैद में रहे खूंखार आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर (Mullah Abdul Qayyum Zakir) का भी है. मुल्ला को तालिबान ने रक्षा मंत्री नियुक्त किया है.
‘अल जज़ीरा’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि छह साल अमेरिका की कैद में रहे मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर (Mullah Abdul Qayyum Zakir) को अफगानिस्तान का नया रक्षा मंत्री (Defence Minister) बनाया गया है. मुल्ला शांतिवार्ता का विरोधी है और एक अनुभवी तालिबानी कमांडर है. उसे तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी भी माना जाता था.
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रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले के बाद 2001 में मुल्ला को अमेरिकी नेतृत्व वाली सेनाओं ने पकड़ लिया था. उसे 2007 तक ग्वांतानामो बे की जेल में बंदी बनाकर रखा गया था. बाद में उसे रिहा कर दिया गया और अफगान सरकार को सौंप दिया गया. बता दें कि ग्वांटानामो खाड़ी अमेरिकी सेना की एक हाई सिक्योरिटी जेल है, जो क्यूबा में स्थित है. इस जेल में मुल्ला जैसे खूंखार और हाई प्रोफाइल आतंकियों को रखा जाता है.
वैसे, तालिबान ने अभी तक अफगानिस्तान में औपचारिक सरकार का गठन नहीं किया है, लेकिन देश चलाने के लिए अपने कुछ नेताओं को प्रमुख पदों पर नियुक्त जरूर कर दिया है. Pajhwok अफगान न्यूज के मुताबिक, हाजी मोहम्मद इदरीस को देश के केंद्रीय बैंक दा अफगानिस्तान बैंक (DAB) का 'कार्यवाहक प्रमुख' नियुक्त किया गया है. इसी तरह, तालिबान ने सखउल्लाह को कार्यवाहक शिक्षा प्रमुख, अब्दुल बाकी को उच्च शिक्षा का कार्यवाहक प्रमुख, सदर इब्राहिम को कार्यवाहक गृहमंत्री बनाया है.
इसके अलावा, गुल आगा को वित्तमंत्री, मुल्ला शिरीन को काबुल का गवर्नर, हमदुल्ला नोमानी को काबुल का मेयर और नजीबुल्लाह को खुफिया प्रमुख नियुक्त किया गया है. साथ ही प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) को संस्कृति और सूचना मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी और ब्रिटिश सेना की रवानगी के बाद तालिबान सरकार के गठन की औपचारिक घोषणा कर सकता है.